नई दिल्लीः अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एक तरफ तालिबान पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) पर कब्जे के लिए लड़ाई लड़ रहा है। दूसरी तरफ अमेरिका (America) और आईएमएफ (IMF) के बाद अब वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने अफगानिस्तान में काम रोक दिया है। देश में चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। तालिबान की दहशत के कारण लोग वहां से निकलने के लिए रास्ता तलाश कर रहे हैं। अभी तक ज्यादातर देशों ने तालिबानी शासन को मंजूरी नहीं दी है और इस बीच खबर आ रही है कि अब विश्व बैंक ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अफगानिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर रोक लगा दी है। विश्व बैंक के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी।
वर्ल्ड बैंक अफगानिस्तान में तेजी से बदलते हालातों पर चिंतित है। खासतौर पर महिला अधिकारों की स्थिति से चिंतित होकर वर्ल्ड बैंक ने यह फैसला लिया है। वर्ल्ड बैंक के प्रवक्ता ने बताया कि फिलहाल वर्ल्ड बैंक ने सभी आर्थिक मदद पर रोक लगा दी है और अब तेजी से बदलते हालातों पर लगातार नजर रखी जा रही है। बता दें कि अमेरिकी सेना 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ देगी।
वर्ल्ड बैंक पहली संस्था नहीं है जिसने अफगानिस्तान की मदद पर रोक लगाई है। इससे पहले अमेरिका ने भी पिछले सप्ताह यह ऐलान किया था कि वह अपने देश में मौजूद अफगानिस्तान के सोने और मुद्राभंडार को तालिबान के कब्जे में नहीं जाने देगा। बता देें कि अमेरिका में ही अफगानिस्तान की करीब 706 अरब रुपये की संपत्ति है।
लेकिन तालिबान की मुसीबतें यहीं खत्म नहीं होतीं। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ ने भी अफगानिस्तान की आर्थिक मदद रोकने का ऐलान किया था। आईएमएफ ने तालिबान के अफगानिस्तान को अपने संसाधनों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 460 मिलियन अमरीकी डॉलर यानी 46 करोड़ डॉलर (3416.43 करोड़ रुपये) के आपातकालीन रिजर्व तक अफगानिस्तान की पहुंच को ब्लॉक करने की घोषणा की थी, क्योंकि देश पर तालिबान के नियंत्रण ने अफगानिस्तान के भविष्य के लिए अनिश्चितता पैदा कर दी है।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में विश्व बैंक के दो दर्जन से ज्यादा प्रोजेक्ट्स अभी चल रहे हैं। बैंक की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, साल 2002 से लेकर अब तक विश्व बैंक की तरफ से अफगानिस्तान को 5.3 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है, जिसे तालिबान के कब्जे में आने के बाद अब रोक दिया गया है।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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