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ना-पाक इरादों पर तालिबान का करारा प्रहार, कहा- कश्मीर में नहीं देंगे दखल

नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर अब पूरी तरह से तालिबान (Taliban) का कब्जा हो चुका है। यहां से अमेरिकी (America) और नाटो सैनिकों (NATO troops) की वापसी पूरी तरह से हो चुकी है और इस तरह करीब 20 साल बाद तालिबान ने एक बार फिर अफगानिस्तान पर अपना आधिपत्य जमा लिया है। अमेरिकी सैनिकों की […]

नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर अब पूरी तरह से तालिबान (Taliban) का कब्जा हो चुका है। यहां से अमेरिकी (America) और नाटो सैनिकों (NATO troops) की वापसी पूरी तरह से हो चुकी है और इस तरह करीब 20 साल बाद तालिबान ने एक बार फिर अफगानिस्तान पर अपना आधिपत्य जमा लिया है। अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान खेमे में जश्न का माहौल है। आज, लगभग 20 वर्षों के बाद, किसी भी विदेशी सेना की उपस्थिति में अफगानिस्तान का उदय हुआ। इस बीच तालिबान ने पाकिस्तान की नापाक इरादों को बड़ा झटका दिया है और साफ कर दिया है कि वह कश्मीर में दखल नहीं देगा। इसने पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को भी स्पष्ट किया है। आपको बता दें कि अनस हक्कानी, हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी के सबसे छोटे बेटे हैं।

CNN-News18 से बातचीत में तालिबान नेता अनस हक्कानी ने कहा कि हम कश्मीर के मामले में दखल नहीं देंगे। जब अनस हक्कानी से सवाल किया गया- पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क के बेहद करीब है और वह कश्मीर में लगातार दखल दे रहा है। क्या आप भी पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए कश्मीर में दखल देंगे?- इस पर उन्होंने कहा कि कश्मीर हमारे अधिकार क्षेत्र का हिस्सा नहीं है और दखल नीति के खिलाफ है। हम अपनी नीति के खिलाफ कैसे जा सकते हैं? तो साफ है कि हम कश्मीर में दखल नहीं देंगे।

यह पूछे जाने पर कि क्या हक्कानी नेटवर्क कश्मीर मुद्दे पर जैश और लश्कर का समर्थन नहीं करेगा, अनस हक्कानी ने कहा कि हम इस पर कई बार सफाई दे चुके हैं और बार-बार कह रहे हैं कि यह सिर्फ एक दुष्प्रचार है। भारत के साथ संबंधों पर उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि कोई हमारे बारे में गलत सोचे। भारत ने हमारे दुश्मन की 20 साल तक मदद की, लेकिन हम सब कुछ भूलकर रिश्ते को आगे ले जाने के लिए तैयार हैं।

इस सवाल के जवाब में कि हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तानी आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है। अब आप अफगानिस्तान सरकार का हिस्सा हैं। तुम्हारा उससे क्या संबंध होगा? इस पर अनस ने कहा कि हमने बीस साल तक संघर्ष किया। हमारे बारे में बहुत सारे नकारात्मक प्रचार हैं और यह सब गलत है। हक्कानी नेटवर्क कुछ भी नहीं है। हम सबके लिए काम कर रहे हैं। दुनिया भर में और विशेष रूप से भारत में मीडिया हमारे बारे में नकारात्मक प्रचार कर रहा है। इससे माहौल खराब हो रहा है। युद्ध में कभी भी किसी पाकिस्तानी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया था। ये आरोप झूठे और निराधार हैं।

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