नई दिल्लीः अलीबाबा (Alibaba) समूह के संस्थापक चीनी अरबपति जैक मा (Jack MA) पिछले 2 महीने से लापता हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन में अपनी कंपनी अलीबाबा के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग में राज करने वाले जैक मा का चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद हुआ था, उसके बाद वह नहीं देखे गए हैं। जैक मा ने देश के वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की पिछले साल अक्टूबर में शंघाई में कड़ी आलोचना की थी। उसके बाद से ही 56 वर्षीय व्यापारी जैक मा लगभग दो महीने से अधिक समय से सार्वजनिक रूप से नहीं देखे गये हैं।
अलीबाबा के संस्थापक और चीन के तीसरे सबसे बड़े अरबपति जैक मा अपने रिएल्टी टीवी शो में भी नहीं दिखाई दिए और उन्हें जज की भूमिका से भी हटा दिया गया है। दुनियाभर में जैक मा को लेकर खबरों का बाजार गरम है। इस बीच चीन के सरकारी भोंपू (पीपुल्स डेली) ने जैक मा की मौजूदगी को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
पीपुल्स डेली के मुताबिक, अलीबाबा के संस्थापक जैक मा को एक अज्ञात स्थान पर ‘निगरानी’ में रखा गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य जैक मा को सरकार ने सलाह दी है कि वह देश को नहीं छोड़ें। माना जा रहा है कि जैक मा की इस दुर्दशा के पीछे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनका विवाद और उनकी कंपनी अली पे को लेकर गहराया विवाद है। अली पे की स्थापना जैक मा ने 20 साल पहले की थी। यह दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल पेमेंट प्लेटफार्म है और 73 करोड़ लोग इसके यूजर हैं।
पीपुल्स डेली ने गत वर्ष नवंबर में ही कह दिया था कि अब कोई भी ‘जैक मा काल’ नहीं होगा। पीपुल्स डेली ने लिखा था, ‘‘जैक मा बुद्धिमान हैं लेकिन बिना राष्ट्रीय नीतियों के समर्थन के उनकी कंपनी ट्रिल्यन डॉलर का बिजनस साम्राज्य नहीं बन जाता। और अब आज जैक मा का न तो प्रभाव है और न ही उनकी लोकप्रियता है।’’
चीन के सरकारी भोंपू ने कहा कि आईपीओ सस्पेंड होने से जैक मा की लोकप्रियता भी रातो-रात खत्म हो गई। एशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक जैक मा ही केवल निगरानी में नहीं रखे गए हैं। चीन के एक अन्य चर्चित अरबपति बिजनस मैन लियू किआंगडोंग काफी समय से सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दिए हैं। लियू किआंगडोंग चीन की विशाल कंपनी श्रक्ण्बवउ का नेतृत्व करते हैं। कंपनी अब तक चीन की निरंकुश सरकार से दो बार माफी मांग चुकी है। कंपनी के सीईओ का हश्र जैक मा जैसा न हो, इसके लिए कंपनी श्रक्ण्बवउ के मैनेजमेंट में बदलाव भी कर चुकी है।
(With agency input)
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