इस्लामाबाद: खबर है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गए हैं। जबकि उनकी वकीलों की टीम अग्रिम जमानत के लिए अदालत का रुख करने वाली थी। पाकिस्तान में इमरान के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। उनपर एंटी टैरेरिज्म एक्ट यानी ATA के तहत मामला दर्ज हुआ है।
खबर है कि गिरफ्तारी की संभावनाओं के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान अपने घर पर नहीं हैं। इधर, उनकी पार्टी के सदस्यों ने कार्यकर्ताओं से सड़क पर प्रदर्शन के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। उनके खिलाफ इस्लामाबाद सदर मजिस्ट्रेट अली जावेद ने शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप हैं कि उन्होंने जनसभा के दौरान अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश को धमकी दी थी।
दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अपने करीबी शहबाज गिल की गिरफ्तारी के चलते इस्लामाबाद पुलिस प्रमुख और महिला जज को धमकियां दी थी। FIR में कहा गया है कि खान के भाषण के चलते पुलिस, न्यायाधीशों और देश में डर और अनिश्चितता का माहौल है। इसके अलावा पाकिस्तान के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्युलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने खान के भाषण के सीधे प्रसारण पर भी रोक लगा दी है।
पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से खान की गिरफ्तारी की स्थिति में विरोध प्रदर्शन करने की बात कही थी। खबर है कि पुलिस अधिकारियों ने पीटीआई प्रमुख के आवास बानी गाला तक जाने वाले रास्तों को ब्लॉक कर दिया है। साथ ही रास्ते पर अनधिकृत लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है।
शाहबाज सरकार पर यूट्यूब ब्लॉक करने के आरोप
पीटीआई प्रमुख रावलपिंडी के लियाकत बाग में रविवार को भाषण दे रहे थे। खबर है कि उस दौरान यूट्यूब में परेशानियां देखी गईं। पूर्व पीएम ने सरकार पर अस्थाई रूप से देश में यूट्यूब को ब्लॉक करने के आरोप लगाए। प्रतिबंधों को लेकर पीटीआई ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार पर फासीवादी शासन की बात कही।