नई दिल्लीः इस समय चीन में प्राकृतिक आपदाओं (Natural Disasters in China) के कारण लाखों लोगों की जान संकट में है। कहीं भारी बारिश से बाढ़ की समस्या शुरू हो गई है तो कहीं बढ़ते तापमान से चीन (China) के लोगों का हाल बेहाल है। देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए इन सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट (Weather Alert in China)
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि देश को जुलाई में बाढ़, तूफान और अत्यधिक गर्मी सहित कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में इस साल गर्मी ने 60 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और चिलचिलाती धूप के कारण सैकड़ों लोग जानलेवा गर्मी की चपेट में आ गए हैं. भारी बारिश, प्रचंड गर्मी और हाल ही में हुई ओलावृष्टि से पूरे देश में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। चीन में मौसम के कारण फसलों के साथ-साथ पशुधन भी खतरे में है।
बाढ़ के साथ-साथ गर्मी का प्रकोप जारी
उत्तर-पश्चिमी चीन के शानक्सी प्रांत में 50 वर्षों में सप्ताहांत में सबसे अधिक वर्षा हुई। मूसलाधार बारिश के दौरान कई घर और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। पिछले सप्ताह हुनान प्रांत में बाढ़ से 10,000 से अधिक लोगों को बचाया गया, जिससे 2,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। चीनी मीडिया ने हुनान में मूसलाधार बारिश से सड़कों पर पानी भर जाने और कारों तथा अपार्टमेंट ब्लॉकों और दुकानों के पास की फुटेज दिखाई। बाढ़ के साथ-साथ देश में रिकॉर्ड गर्मी का भी अनुभव हुआ। चीन के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बीजिंग और एक दर्जन अन्य क्षेत्रों के निवासियों को घर के अंदर रहने की चेतावनी दी है क्योंकि तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बढ़ गया है।
अल नीनो का प्रभाव (Effect of El Niño)
राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण समिति कार्यालय और प्राकृतिक संसाधन, जल संसाधन, कृषि और ग्रामीण मामलों के मंत्रालयों और चीन मौसम विज्ञान प्रशासन और राज्य वानिकी और घास के मैदान प्रशासन द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन 2023 में अल नीनो के कारण उसी घातक संभावना की ओर देख रहा है। देश की निराशाजनक तस्वीर पेश की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, जहां देश के उत्तर में पानी से संबंधित आपदाओं का खतरा बढ़ सकता है, वहीं दक्षिण में सूखे का सामना करना पड़ सकता है।