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अनोखा मंदिर: यहां दीवार में चित्र बनाने के बाद साक्षात प्रकट हुए थे गणपति

भारत के कोने-कोने में कई गणेश मंदिर हैं और सब अपनी अनोखी विशेषताओं के कारण प्रसिद्ध है। आज हम आपको गणेश जी के ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जहां गणपति जी का चित्र लगातार बढ़ रहा और मोटा भी हो रहा है। जी हां, आज तक आपने प्रतिमा को बढ़ने की बात […]

भारत के कोने-कोने में कई गणेश मंदिर हैं और सब अपनी अनोखी विशेषताओं के कारण प्रसिद्ध है। आज हम आपको गणेश जी के ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जहां गणपति जी का चित्र लगातार बढ़ रहा और मोटा भी हो रहा है। जी हां, आज तक आपने प्रतिमा को बढ़ने की बात सुनी व देखी होगी लेकिन यह एक अनोखा मंदिर है जहां गणपति जी की प्रतिमा नहीं बल्कि उनका चित्र अपना आकार बदल रहा है।
स्कंद पुराण के मुतबिक पहले था यह शिव का मंदिर

यह अद्भुत व चमत्कारी मंदिर केरल का सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है। केरल में स्थित यह मंदिर मधुर महागणपति मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं।

स्कंद पुराण के अनुसार, ये भगवान शिव का मंदिर था लेकिन पुजारी के छोटे से बेटे ने मंदिर की दीवार पर भगवान गणेश की प्रतिमा का निर्माण किया। कहते हैं मंदिर के गर्भगृह की दीवार पर बनाई हुई बच्चे की प्रतिमा धीरे-धीरे अपना आकार बढ़ाने लगी। वो हर दिन बड़ी और मोटी होती गई। उस समय से ये मंदिर भगवान गणेश का बेहद खास मंदिर हो गया।

टीपू सुल्तान से जुड़ी एक कथा
मंदिर में टीपू सुल्तान से जुड़ी एक कहानी है। बताया जाता है की टीपू सुल्तान अपनी विजय होने के बाद इस मंदिर को नुकसान पहुंचाने के इरादे से यहां पहुंचा था। प्यास लगी तो यहां के कुएं से पानी पिया। थोड़ी देर आराम करने के बाद उसने अपना दिमाग बदल दिया और मंदिर को बिना छेड़छाड़ किए हुए वहां से रवाना हो गया। लेकिन उसने मंदिर की छत में एक तलवार से हमला किया, जिसका निशान अब भी संरक्षित है। अब ये मंदिर न केवल भक्तों को आकर्षित करता है, बल्कि आर्किटेक्चर का भी एक अद्भुत नमूना है।

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