नई दिल्लीः एक तरफ जहां दुनिया भर में डेढ़ साल के भीतर तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के हर दिन नए रूप देखने को मिल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ वैज्ञानिक इसे खत्म करने के नए-नए तरीके खोजने में लगे हुए हैं। इटली में अब एक ऐसा उपकरण बनाया गया है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह कोरोना वायरस को खत्म कर सकता है। यह लेजर डिवाइस बाउंड्री वॉल के भीतर मौजूद कोरोना वायरस कणों को मार सकती है।
इस डिवाइस को संयुक्त राष्ट्र के वैज्ञानिकों ने इटली की टेक कंपनी के वैज्ञानिकों के सहयोग से बनाया है। इटली के उत्तरी शहर ट्राइस्टे में स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी और लेजर उपकरण बनाने वाली स्थानीय कंपनी एल्टेक के-लेजर ने पिछले साल यह प्रयास तब शुरू किया था जब इटली कोविड-19 से जूझ रहा था।
एल्टेक कंपनी के फाउंडर फ्रेंचेस्को जनाटा हैं। उनकी कंपनी मेडिकल फील्ड में इस्तेमाल आने वाले लेजर प्रोडक्ट बनाती है।
50 मिलीसेकंड में खत्म करेगा कोरोना को
डिवाइस में, हवा को लेजर बीम से गुजारा जाता है और यह वायरस और बैक्टीरिया को मारता है। इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी में कार्डियोवास्कुलर बायोलॉजी ग्रुप की प्रमुख सेरेना ज़कीन्या ने कहा, ‘‘इस उपकरण ने लेजर तकनीक के बारे में मेरे सोचने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। यह उपकरण 50 मिलीसेकंड में वायरस को मार देता है।’’
चारदीवारी के भीतर के क्षेत्रों को संक्रमण से मुक्त रखना कोविड-19 महामारी के दौरान एक बड़ी चुनौती साबित हुई है। इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए अंदर एक वायरस मुक्त वातावरण एक आवश्यकता बन गया है।
डिवाइस को लेकर उठ रहे हैं सवाल
इस डिवाइस के बारे में कई वैज्ञानिकों का कहना है कि लेजर आधारित तकनीक कोरोना वायरस को मारने के लिए सुरक्षित नहीं होगी। पिछले साल नवंबर में जर्नल ऑफ फोटोकैमिस्ट्री एंड फोटोबायोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन ने कैंसर के खतरे को लेजर आधारित उपकरणों से जोड़ा।
निर्माताओं ने कहा, डिवाइस पूरी तरह से सुरक्षित
जनता और जकीन्या दोनों ने ऐसी खबरों का खंडन किया है। उनका मानना है कि इससे निकलने वाला लेजर कभी भी इंसान की त्वचा के संपर्क में नहीं आता, इसलिए कैंसर होने का खतरा नहीं रहता। उन्होंने यह भी कहा है कि यह डिवाइस पूरी तरह से सुरक्षित है। इसके अलावा, यह एक पुनर्नवीनीकरण उत्पाद है। जनता ने कहा कि ‘‘हमारी डिवाइस प्रकृति के खिलाफ प्रकृति का उपयोग करती है।’’
डिवाइस को कहीं भी ले जाना है आसान
कंपनी को इस डिवाइस का पेटेंट मिल गया है। कंपनी इस डिवाइस को जल्द ही इंटरनेशनल लेवल पर ले जाने की कोशिश कर रही है। वहीं, छोटे आकार के कारण इसे कहीं भी ले जाना आसान है। इसकी ऊंचाई 5 फुट 9 इंच है और इसका वजन करीब 25 किलो है। कंपनी का कहना है कि इसे एयर कंडीशनिंग यूनिट में भी लगाया जा सकता है।
डिवाइस में कुछ खामियां
इस तकनीक की एक खामी यह है कि हवा में मौजूद वायरस और बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकता है। यदि वे हवा से फर्श या किसी सतह पर गिरते हैं, तो लेजर काम नहीं करेगा। इसके अलावा अगर छींकने या जोर से बोलने से वायरस किसी दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाए तो यह लेजर उसे नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
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