उत्तर प्रदेश

योगी सरकार ने 40 दिन में 471 मामलों में अपराधियों को कोर्ट से दिलायी सजा

योगी सरकार के निर्देश पर 1 जुलाई से प्रदेश भर में चलाया गया था ऑपरेशन कन्विक्शन, तीन मामले में फांसी की सजा, तो 149 मामलों में आजीवन कारावास की सजा करायी गयी

लखनऊ: जीरो टॉलरेंस नीति (zero tolerance policy) के तहत अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रही योगी सरकार कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर उन्हे सजा दिलाने में भी कामयाब हो रही है। योगी सरकार द्वारा अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए चलाए गए ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत मात्र 40 दिनों में 471 मामलों में सजा दिलाने में बड़ी कामयाबी मिली है। इनमें तीन मामले ऐसे हैं जिनमें अपराधियों को फांसी की सजा दिलायी गयी है जबकि 149 मामले में आजीवन कारावास की सजा करायी गयी है।

योगी सरकार के एक्शन से अपराधियों के मन में और गहराया कानून का खौफ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार को अपराध, अपराधियों एवं माफिया के खिलाफ कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर उनको कठोर सजा दिलाने के निर्देश दिये थे। इस पर कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार ने प्रदेश भर में एक जुलाई से ऑपरेशन कन्विक्शन चलाया। ऑपरेशन के मात्र 40 दिन में सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले। इस ऑपरेशन से अपराधियों के मन में योगी सरकार के एक्शन का और खौफ नजर आने लगा है। ऑपरेशन के तहत अब तक माफिया अपराधी से संबंधित कुल 5 मामलों में 4 माफिया को कठोर सजा सुनायी गयी है। इनमें बस्ती के दो माफिया नीरज पांडेय, राजू उर्फ जरांडे, पीलीभीत के माफिया एजाज अहमद और गौतमबुद्धनगर के अनिल दुजाना गैंग का सक्रिय माफिया कृष्णमूढी शामिल है।

दुष्कर्म कर हत्या के मामले में तीन को दिलायी गयी फांसी की सजा
ऑपरेशन के तहत जिन तीन मामले में अपराधियों को फांसी की सजा सुनायी गयी है, उनमें बुलंदशहर में 4 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या, मथुरा में 9 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या एवं औरैया में 8 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या के प्रकरण शामिल हैं। इन मामलों में कार्यवाहक डीजीपी द्वारा विवेचक तथा सम्बन्धित कोर्ट पैरोकार को प्रशंसा चिन्ह भेंट किया जाएगा। साथ ही कोर्ट में प्रभावी पैरवी के लिए अभियोजन अधिकारी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा ऑपरेशन के तहत पॉक्सो अधिनियम के 221, दुष्कर्म के 30, सनसनीखेज हत्या के 105, डकैती के 5 तथा अन्य अपराधों के 106 प्रकरणों में आरोपी अभियुक्तों को सजा कराई गई है।