नई दिल्ली: महादेव की नगरी और पीएम मोदी की कर्मभूमि वाराणसी (Varanasi) को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की पहली सांस्कृतिक एवं पर्यटन राजधानी घोषित किया गया। SCO के नेताओं ने वाराणसी को वर्ष 2022-23 के लिए समूह की पहली ‘पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी’ के रूप में समर्थन दिया है। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया को यह जानकारी दी।
विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी 2022-23 के दौरान वाराणसी को पर्यटक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में मान्यता देने के लिए SCO के सदस्य देशों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह भारत और क्षेत्र के बीच अधिक सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच संबंधों के द्वार खोलता है।
क्वात्रा ने कहा कि वाराणसी को मिली इस पहचान का जश्न मनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र के सहयोग से कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि SCO ने भारत की पहल पर ‘स्टार्टअप’ और नवोन्मेष पर एक विशेष कार्य समूह स्थापित करने का भी फैसला किया है।
8 देशों का आर्थिक व सुरक्षा गठबंधन है SCO
SCO आठ देशों की सदस्यता वाला एक आर्थिक एवं सुरक्षा गठबंधन है। जिसमें चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। इसका मुख्यालय बीजिंग में है। 9 जून, 2017 को भारत और पाकिस्तान ने इसकी सदस्यता ली। इस साल का SCO शिखर सम्मेलन शुक्रवार को ही खत्म हुआ है। इसमें भाग लेने के लिए पीएम मोदी उज्बेकिस्तान गए हुए थे।