नई दिल्ली: ईद उल फितर (Eid ul fitr), अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) और परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) जैसे आगामी त्योहारों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को राज्य में कार्यक्रम आयोजित करने के संबंध में निर्देश जारी किए और आदेश दिया कि सड़क और यातायात बाधित कर कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं किया जाए।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में, राज्य सरकार ने कहा कि प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक (DGP) आरके विश्वकर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में तैनात सभी फील्ड अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
डीजीपी विश्वकर्मा ने कहा कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए। प्रसाद ने फील्ड में तैनात सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थानों पर ही हो यह सुनिश्चित करें।
विज्ञप्ति में कहा गया, “किसी भी परिस्थिति में सड़कों और यातायात को बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन नहीं होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “अतीत में हम संचार के माध्यम से ऐसा करने में सक्षम रहे हैं। इस साल भी हमें वही प्रयास करना चाहिए।”
विज्ञप्ति के अनुसार बिना अनुमति के कोई भी धार्मिक जुलूस या अन्य कोई जुलूस नहीं निकाला जाना चाहिए। केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को अनुमति दी जानी चाहिए जो पारंपरिक हों और नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए।
राज्य में प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा हम सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है। रमजान का महीना चल रहा है। ईद-उल-फितर, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती 22 अप्रैल को एक ही दिन मनाए जाने की संभावना है। प्रसाद ने कहा कि मौजूदा माहौल को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)