उत्तर प्रदेश

बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य हुआ तेज, नदियों का प्रकोप हुआ कम

लखनऊ: प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकार युद्धस्‍तर पर काम कर रही है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन किट के साथ रोजाना लंच पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ शरणालय की स्‍थापना तेजी से की जा रही है और राहत शिविरों में बिजली के साथ शौचालय, पेयजल, कपड़े, बर्तन, बिस्तर आदि की सुविधा बाढ़ प्रभावित […]

लखनऊ: प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकार युद्धस्‍तर पर काम कर रही है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन किट के साथ रोजाना लंच पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ शरणालय की स्‍थापना तेजी से की जा रही है और राहत शिविरों में बिजली के साथ शौचालय, पेयजल, कपड़े, बर्तन, बिस्तर आदि की सुविधा बाढ़ प्रभावित लोगों को देने का काम सरकार कर रही है। पिछले चौबीस घंटे में सरकार की ओर से 901 ड्राई राशन किट व एक हजार से अधिक लंच पैकेट वितरित किए गए है जबकि अब तक 58471 लोगों को ड्राई राशन किट व 336875 लोगों को लंच पैकेट वितरित किए जा चुके हैं जबकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1089 बाढ़ शरणालय स्‍थापित किए जा चुके हैं।

यूपी में बाढ़ की पीड़ा झेल रहे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार युद्धस्‍तर पर काम कर रही है। बाढ़ प्रभावित लोगों को ड्राई राशन के साथ उनको दूसरी जगहों पर शिफ्ट करने का काम तेजी से हो रहा है। हालांकि प्रदेश में बाढ़ का प्रभाव कम हुआ है लेकिन राहत कार्य युद्धस्‍तर पर किए जा रहे हैं। पहले प्रदेश के 23 जनपद बाढ़ से प्रभावित थे जबकि अब 13 जनपद ही बाढ़ की चपेट में है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों के लिये 1089 बाढ़ शरणालय स्थापित किये गये हैं। इन शरणालयों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जा रहा है। प्रत्येक राहत शिविरों में प्रकाश और अस्थाई शरणालयों में शौचालय, पेयजल, कपड़े, बर्तन, बिस्तर आदि की सुनिश्चित व्यवस्था की गई है।

तेज बारिश के चलते प्रदेश के 13 जनपदों के 382 गांव ही बाढ से प्रभावित हैं। वहीं, गंगा नदी कचलाब्रिज बदायूं, बलिया, गाजीपुर, यमुना नदी इटावा, खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं। इन जनपदों में राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। 39 जिलों में राहत एवं बचाव की कमान पीएसी को दी गई है जबकि 11 जिलों में एसडीआरएफ और 9 जिलों में एनडीआरएफ को लगाया गया है।

प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य तेज करने के लिए 3832 नांव लगाई हैं जबकि प्रदेश में 1282 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। बाढ़ क्षेत्रों में 841 मेडिकल टीम गठित की गई है, जो बाढ़ में फंसे लोगों को इलाज की सुविधा प्रदान करने में जुटी हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में जनहानि के साथ प्रदेश सरकार बेजुबान जानवरों को बचाने का काम कर रही है। सरकार अब तक 855 पशु शिविर लगा चुकी है। जहां पर पिछले 24 घंटे में 9189 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। अब तक कुल 551195 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। राहत एवं बचाव कार्य में जुटी टीमें अब तक 35185 लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचा चुकी हैं।

बाढ़ग्रस्त गांवों में बनाईं समितियां, प्रत्येक ग्राम को दिया एक वायरलेस सेट
सरकार की ओर से बाढ़ग्रस्त ग्रामों में बचाव और राहत कार्यों के लिये ग्राम स्तर पर समितियों का गठन किया गया है। इन ग्राम स्तरीय समितियों और नोडल अधिकारियों से समन्वय बनाए रखने के लिये प्रत्येक गांव को एक-एक वायरलेस सेट युक्त पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है। जिससे इन गांवों से संचार व्यवस्था सुदृढ़ बनी रहे।

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