लखनऊ: यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) ने अपने पहले कार्यकाल में कई स्थानों के नाम बदले थे। एक बार फिर योगीराज 2.0 (Yogiraj 2.0) में भी प्रदेश के एक दर्जन शहरों के नाम बदलने की तैयारी हैं। इस संबंध में प्रस्ताव का मसौदा भी तैयार हो चुका है।
उत्तर प्रदेश के जिन शहरों नाम इस बार बदलने की तैयारी हैं, वो हैं- अलीगढ़, संभल, फर्रूखाबाद, सुल्तानपुर, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, आगरा, मैनपुरी, गाजीपुर, देवबंद, रसूलाबाद और सिकंदरा।
सूत्रों के मुताबिक, इस बाबत मसौदा तैयार हो चुका है। जिसे जल्द ही कैबिनट की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जा सकता है। वहां से मुहर लगने के बाद प्रस्ताव आगामी बजट सत्र में विधानसभा में पेश किया जा सकता है।
जहां से पारित होने के बाद उसे राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। नियमानुसार, राज्यपाल की मुहर लगाने के बाद प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास जाता है, वहां से हरी झंडी मिलने के बाद राज्य सरकार अधिसूचना जारी करके नाम बदल देती है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, नए प्रस्तावित नाम ये हो सकते हैं- अलीगढ़ से आर्यगढ़, सम्भल से पृथ्वीराज नगर, फर्रूखाबाद से पांचाल नगर, सुल्तानपुर से कुशभवनपुर, फिरोजाबाद से चंद्र नगर, आगरा से अग्रवन, मैनपुरी से मयानपुरी, गाजीपुर से गढ़ीपुरी, देवबंद से देववृंदपुर, रसूलाबाद से देवगढ़ और सिकंदरा से आदर्शनगर। योगी का मानना है कि पुरानी अस्मिता को फिर से स्थापित करने के लिए इस तरह के कदम उठाना आवश्यक है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने पिछले कार्यकाल में भी कुछ जगहों के नाम बदले थे, जैसे इलाहाबाद को प्रयागराज कर दिया गया था। फैजाबाद को अयोध्या, मुगलसराय रेलवे स्टेशन को पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन, गोरखपुर के उर्दू बाजार को हिंदी बाजार, हुमायूंपुर को हनुमान नगर, मीना बाजार को माया बाजार और अलीनगर को आर्य नगर किया गया था।