लखनऊ: योगी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश में आलू की खेती (potato cultivation)को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी कदम उठाने जा रही है। कुशीनगर (कसया) में सेंटर फार एक्सीलेंस पोटैटो की शुरुआत की जाएगी। इसका लाभ किसानों को मिलेगा औऱ उत्पादन बढ़ने के साथ ही उनकी आय भी बढ़ेगी।
प्रदेश सरकार कुशीनगर (कसया) में सेंटर फॉर एक्सीलेंस पोटैटो बनाने जा रही है। इसके प्रशासनिक भवन का शिलान्यास जल्द किया जाएगा। इसे सरकार ने अपनी 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल किया है। इसका फायदा यह होगा कि किसानों को उच्च गुणवत्ता का बीज आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। किसानों की बड़ी समस्या बीज को लेकर होती है। एक तो निजी संस्थानों के बीज महंगे होते है और उसकी गुणवत्ता की भी कोई गारंटी नहीं होती है।
इस केंद्र में आलू की गुणवत्ता, औद्योगिक प्रयोग के लिए बेहतर किस्म और नई प्रजातियों की खोज और उन्नत बीज संबंधी शोध किया जाएगा। साथ ही आलू के फसल में लगने वाली बीमारियों से बचाने के लिए योजनाएं भी बनाई जा सकेंगी।
इसके साथ ही सेंटर फॉर एक्सीलेंस पोटैटो में किसानों को आलू की खेती की नई तकनीक के बारे में जानकारी मिल सकेगी। साथ ही समय-समय पर कार्यशालाओं का आयोजन होगा, जिसमें कृषि विशेषज्ञ से किसान अपनी समस्या पर चर्चा कर सकेंगे और उसका समाधान जान सकेंगे। इसके साथ ही खेती में कम से कम पानी का प्रयोग कर अधिक से अधिक उत्पादन लेने के बारे में भी किसान जानकारी ले सकेंगे।