लखनऊ: गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित हिन्दू सेवाश्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जनता दर्शन में 200 से अधिक फरियादियों से मिले। उन्होंने सभी के पास जाकर उनकी लिखित शिकायत ली, आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने पास खड़े अधिकारियों कमिश्नर रवि कुमार एनजी, एडीजी अखिल कुमार, डीएम विजय किरन आनंद, एसएसपी विपिन टाडा को कुछ शिकायत पत्र भी सौंपा। निर्देशित किया कि शिकायतकर्ता को उनके मामले में की गई कार्रवाई से संतुष्ट किया जाना चाहिए।जनता दर्शन में कैम्पियरगंज के थवईपार ग्राम सभा से आए राम गिरीश सिंह, सुरेंद्र सिंह, उदय प्रताप सिंह, संतोष, कुशहर सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुहार लगायी कि उनके ग्राम सभा में 1962 के बाद से अब तक चकबंदी की प्रक्रिया नहीं हुई है। इस कारण आए दिन विवाद होता रहा है। सीएम ने कमिश्नर को इस मामले में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
गोरखनाथ थाना क्षेत्र आदित्यनगर नथमलपुर निवासी उषा सिंह पत्नी पुरुषोत्तम ने सीएम योगी आदित्यनाथ को बताया कि उन्होंने अशोक कुमार श्रीवास्तव से 1500 वर्गफीट जमीन बैनामा लिया था। कागजों में भी जमीन उनके नाम पर दर्ज है लेकिन 14 सितंबर से अमीरुननिशा पत्नी भरत अली और उनकी लड़की सायरा खातून ने विवाद किया। आरोप लगाया कि इस मामले में हल्का दरोगा ने उनकी बैनामा की जमीन पर दूसरे पक्ष का सामान जबरन रखवा कर दिए। उल्टे उसी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में आपराधिक मामला भी दर्ज कर दिया। सीएम ने जरुरी कार्यवाही का आश्वासन दिया। मिर्जापुर थाना अहरौरा से आई रिंकी देवी ने सीएम को बताया कि 9 सितंबर को प्रधान चौकिया के साथ आए लोग ससुर श्याम जी के साथ मारपीट की। उपचार के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका 12 सितंबर को निधन हो गया लेकिन स्थानीय पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।
कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के सिधुआ बांगर भाट निवासी एमएमएमयूटी में संविदा कर्मचारी विष्णु गोविंद पुत्र धनजीत ने मुख्यमंत्री से शिकायत किया कि उनकी 53 डिसमिल जमीन मौजा सोहनरिया, तप्पा साड़ी परगना सि.जो में है। इस जमीन में उनके बाबा रामवृक्षदास ने रामजानकी मंदिर बनाया। आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने फर्जी तरीके 9 डिसमिल जमीन चकबंदी में गलत तरीके से अपने नाम करा लिया। अब मंदिर समेत अन्य जमीनों पर राजनीतिक संरक्षण में कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रतिरोध करने पर उत्पीड़न किया जा रहा है।
ऋचा तिवारी ने जनता दर्शन में सीएम योगी आदित्यनाथ को बताया कि असिस्टेंट टेक्न्निकल एजी. टीए के पद पर चयन हुआ। लेकिन फार्म में ऋटि के कारण प्रोविजनल लिस्ट में नाम डाल दिया गया। ज्ञात होने पर तत्काल स्पष्टीकरण भी दिया गया लेकिन यूपीएसएसएससी के दफ्तर में तमाम चक्कर लगाने के बाद भी अब तक फाइल कृषि विभाग को नियुक्ति के लिए नहीं भेजी गई।
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