23 सितंबर, लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने सरयू नदी के आस-पास के जिलों गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, अयोध्या, गोंडा और बाराबंकी का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान सीएम योगी ने जिलाधिकारियों को इन जिलों के प्रभावित गांवों में राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों एवं पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने के आदेश दिए।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात की गईं एनडीआरएफ, पीएसी और एसडीआरएफ की टीमें
उत्तर प्रदेश के करीब 14 जिलों के 247 गांव में बाढ़ से खराब हुए हालात के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित जिलों के डीएम को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में तेजी लाने समेत पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने जिलाधिकारियों को बाढ़ से हुई जनहानि, पशु हानि का निर्धारित मानकों के आधार पर सहायता एवं बाढ़ राहत सामग्री के पैकेट्स का वितरण तेज गति से करने का निर्देश दिया। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 16 जिलों में 25 मिमी से अधिक बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। ऐसे में प्रदेश के 7 जिलों गोरखपुर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, बहराइच, अयोध्या, बरेली में 8 एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
इसके साथ ही 10 जिलों बाराबंकी, गोरखपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, इटावा, अयोध्या, मिर्जापुर में एसडीआरएफ की 15 टीमें लगाई गईं। वहीं प्रदेश के 46 जिलों में पीएसी की 17 कंपनियों की 44 टीमों को भी तैनात किया गया है। मालूम हो कि वर्तमान में प्रदेश के 44 जिलों में कुल 67 टीमें बचाव कार्य के लिए पहले से तैनात की जा चुकी हैं।