उत्तर प्रदेश

17 सितंबर से पूरे प्रदेश में चलेगा आयुष्मान भवः अभियान

5 अलग-अलग हिस्सों में अभियान का होगा संचालन, 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़े का होगा आयोजन, आयुष्मान आपके द्वार 3.0 का भी होगा शुभारंभ

लखनऊ: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने बुधवार को राष्ट्रीय स्तर पर वर्चुअली आयुष्मान भवः योजना (Ayushman Bhava campaign) को लॉन्च कर दिया। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार 17 सितंबर से इस योजना को लेकर पूरे प्रदेश में अभियान शुरू करेगी। इस अभियान को 5 हिस्सों में विभाजित किया गया है। इसके तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा, जबकि 17 सितंबर से आयुष्मान आपके द्वार 3.0 की भी शुरुआत होगी। यही नहीं इसी दिन से आयुष्मान मेला (Ayushman Mela) भी शुरू किया जाएगा। वहीं 2 अक्टूबर से आयुष्मान सभा (Ayushman Sabha) का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा आयुष्मान ग्राम पंचायत (Ayushman Gram Panchayat) एवं आयुष्मान अर्बन वार्ड (Ayushman Urban Ward) भी शुरू होगा।

सेवा पखवाड़े में चलेगा स्वच्छता अभियान
17 सितंबर से शुरू होने वाला सेवा पखवाड़ा 2 अक्टूबर तक चलेगा। इसके तहत स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। ग्राम पंचायत सदस्यों, जेएएस, आरकेएस के सहयोग से प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल स्तरों पर सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर इस स्वच्छता कार्यक्रम को चलाया जाएगा। इसके अलावा नियमित स्वैच्छिक रक्तदान की आवश्यकता और सामाजिक एकजुटता के अवसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का भी आयोजन होगा। इसी तरह अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता और लोगों को मृत्यु के बाद अंग दान करने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

कोई भी पात्र लाभार्थी नहीं छूटेगा
आयुष्मान आपके द्वार 3.0 की शुरुआत पीएमजेएवाई योजना के तहत सभी शेष पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड के वितरण के लिए की जा रहीं है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पात्र लाभार्थी न छूटे। आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेजी लाने के इरादे से 2021 में आयुष्मान आपके द्वार 1.0 और 2022 में ‘आयुष्मान-आपके द्वार 2.0’ चलाया गया था। इसके माध्यम से खुद पंजीकरण करके कार्ड निर्माण किया जा सकेगा। एफएलडब्ल्यू, उचित मूल्य की दुकानों (एफपीएस), कार्ड निर्माण एजेंसियो, स्वयंसेवकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि का उपयोग करके कार्ड निर्माण की कार्यवाही की जाएगी। घर-घर ई-केवाईसी और कार्ड डिलीवरी की सुविधा मिलेगी। इस पूरे कार्यक्रम के लिए डीएम को नोडल अधिकारी बनाया गया है। कार्ड निर्माण के लिए ई-केवाईसी और आईईसी से संबंधित गतिविधियों के लिए आशा कार्यकर्ताओं, पंचायती राज के तहत फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और स्वयं सहायता समूहों का समर्थन किया जाएगा। लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय जन प्रतिनिधियों को शामिल किया जा सकता है।

शनिवार, रविवार को लगेगा हेल्थ मेला
आयुष्मान मेला के अंतर्गत प्रत्येक शनिवार को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य मेला का आयोजन होगा। इसके अंतर्गत सेवाओं के उपयोग को अनुकूलित करने के लिए लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में अपने मुद्दों और चिंताओं को व्यक्त करने के लिए मंच प्रदान करना और समूह कल्याण गतिविधियों के माध्यम से लोगों के बीच व्यवहार परिवर्तन को बढ़ाना सुनिश्चित किया जाएगा। इसी तरह, प्रत्येक रविवार को मेडिकल कॉलेज द्वारा सीएचसी पर साप्ताहिक मेला आयोजित होगा। इसमें देखभाल की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए सीएचसी में विशेषज्ञ और आउटरीच सेवाओं तक पहुंच में वृद्धि होगी। विशिष्ट देखभाल के माध्यम से स्क्रीनिंग, निदान और बुनियादी एवं उन्नत स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जिनमें तृतीयक देखभाल सेटअप और विशिष्ट एवं नैदानिक सेवाओं के लिए रेफरल शामिल है।

स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बढ़ाई जाएगी जागरूकता
2 अक्टूबर से आयुष्मान सभा की शुरुआत होगी। इसके तहत विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और सेवाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक ग्राम, वार्ड स्तर पर वीएचएसएनसी, नगरीय निकाय के नेतृत्व में आयुष्मान सभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें आयुष्मान कार्ड का वितरण एवं प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें पात्र लाभार्थियों की सूची के साथ ही उपचार प्राप्त लाभार्थियों की सूची और सूचीबद्ध अस्पतालों की सूची के संबंध में जानकारी प्रदान की जाएगी। एनसीडी, टीबी और सिकल सेल रोग, संचारी सेवाओं और उनके उन्मूलन के बारे में जागरूकता बढ़ाने और आभा आईडी के निर्माण की सुविधा के लिए विशेष स्वास्थ्य वार्ता होगी। इसके अलावा आयुष्मान ग्राम पंचायत व आयुष्मान अर्बन वार्ड्स का भी आयोजन होगा। यह वो दर्जा है जो मार्च 2024 तक विभिन्न मापदंडों को प्राप्त करने वाले ग्रामों व वार्ड्स को प्रदान किया जाना है।