उत्तर प्रदेश

निराश्रित महिलाओं को मिला योगी सरकार का सहारा, 28 लाख महिलाओं को दी जा रही पेंशन

लखनऊ: यूपी में सत्ता की बागडोर संभालने के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया है। महिला कल्याण विभाग द्वारा पति के मृत्यु के बाद सलाना 2 लाख रूपये से कम आय वाली महिलाओं को 500 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। इस पेंशन स्कीम में जहां 2017 […]

लखनऊ: यूपी में सत्ता की बागडोर संभालने के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया है। महिला कल्याण विभाग द्वारा पति के मृत्यु के बाद सलाना 2 लाख रूपये से कम आय वाली महिलाओं को 500 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। इस पेंशन स्कीम में जहां 2017 तक 17 लाख लोगों को लाभ मिलता था, वहीं योगी सरकार के चार साल में करीब 28 लाख लोगों को पेंशन दिया जा रहा है। सीएम योगी ने पति की मृत्यु के बाद पत्नी को दी जाने वाली निराश्रित पेंशन से जोड़ने के लिए प्राथमिकता से कार्य किया। यूपी में बेहतर कार्य प्रणाली व प्रशासनिक सुधारों के चलते लंबित मामलों की हर स्तर से त्वरित सुनवाई हुई। इसके साथ ही ऑनलाइन आवदेन के मामलों के जल्द से जल्द निस्तारण व समय पर सत्यापन के चलते प्रतिवर्ष औसत रूप से दो लाख से अधिक नई लाभार्थी महिलाओं को निराश्रित पेंशन का लाभ दिया गया।

चार साल में 10 लाख नई निराश्रितों को जोड़ा
महिला कल्याण व बाल विकास एवं पुष्टाहार की प्रमुख सचिव वी हेकाली झिमोमी ने बताया कि वर्ष 2017 के बाद से प्रतिवर्ष औसतन 2 लाख से अधिक पात्र महिलाओं को योजना से जोड़ते हुए बीते चार साल में कुल 10,63,432 लोगों को जोड़ लिया है। इससे महिला कल्याण विभाग की ओर से दिए जा रहे पेंशन का लाभ लेने वाली निराश्रित महिलाओं की संख्या वित्तीय वर्ष 2020-21 तक 27,95,373 पहुंच गई है।

60 वर्ष की सीमा समाप्त होने से बढ़ी लाभार्थियों की संख्या
उन्होंने बताया कि पहले निराश्रित महिलाओं को 60 वर्ष तक ही निराश्रित पेंशन योजना का लाभ मिलता था। वर्ष 2017 के पहले इस योजना का लाभ केवल 60 वर्ष की उम्र होने तक ही दिया जाता था । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनने के कुछ ही महीने में इस बाध्यता को खत्म कर दिया। इससे 60 वर्ष से अधिक होने पर भी योजना का लाभ मिल रहा है। सीएम योगी ने कहा था कि निराश्रित महिला का मतलब निराश्रित होता है चाहे वह किसी भी उम्र की क्यों न हो। अब उम्र की बाध्यता खत्म होने से लाभार्थियों की संख्या बढ़ गई है।

नए लाभार्थियों को जोड़ने में पूर्वांचल के जिले टॉप पर
नए लाभार्थियों के जोड़ने के मामले में पूर्वांचल के जिले टॉप पर हैं। हालांकि योजना से नए लाभार्थियों को जोड़ने के मामले में बरेली पहले स्थान पर है। बरेली में 39,000 लाभार्थियों को जोड़ा गया है। वहीं दूसरे और तीसरे स्थान पर पूर्वांचल के जिले हैं। इसमें 32,000 प्रयागराज दूसरे व 27,000 लाभार्थियों को जोड़ जौनपुर तीसरे स्थान पर है।

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