यहां सूर्यदेव ने अपनी पुत्री को आशीष देने के लिए धरा था जलधारा का रूप

हिंदुओं की आस्था के केंद्र यमुनोत्री धाम (Yamnotri Dham) यमुनोत्तरी हिमनद से 5 मील नीचे दो वेगवती जलधाराओं के मध्य एक कठोर शैल पर है। बांदरपूंछ के पश्

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