नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री (Chief Minister) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शनिवार को केंद्र पर कोयला घोटाले (Coal Scam) के एक मामले में उनके भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) पर अपनी एजेंसियों को इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और दावा किया कि भाजपा के कुछ मंत्री कोयला माफिया के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पर देश के ‘संघीय ढांचे को तोड़ने’ और राज्यों के अधिकारों को छीनने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।
टीएमसी बॉस ने केंद्र के ‘अधिनायकवाद’ से लड़ने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों की एक बैठक का भी प्रस्ताव रखा। ममता ने कहा, ‘‘भाजपा और केंद्र सरकार हमसे राजनीतिक रूप से नहीं लड़ सकती। पार्टी विधानसभा चुनावों में हार गई थी, और अब वे अभिषेक बनर्जी और अन्य जैसे हमारे नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें बता दूं कि वे इस तरह की धमकियों से हमें डरा या धमका नहीं सकते। हम उनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।’’
वह अपनी पार्टी की छात्र शाखा टीएमसी छात्र परिषद के स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य में एक कथित कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए टीएमसी के डायमंड हार्बर सांसद अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी को तलब किया है। ममता ने कहा, ‘‘अगर आप हमें ईडी का डर दिखाते हैं, तो हम एजेंसी को बीजेपी नेताओं के खिलाफ सबूत भी भेजेंगे। बीजेपी के मंत्रियों और नेताओं का एक वर्ग कोयला माफिया के साथ जुड़ा हुआ है। वे चुनाव के दौरान उनके द्वारा चलाए जा रहे होटलों में भी रुके थे।’’
यह देखते हुए कि कोयले जैसे प्राकृतिक संसाधन केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित होते हैं, बनर्जी ने कहा, ‘‘कोयले में भ्रष्टाचार के लिए तृणमूल पर उंगली उठाने का कोई फायदा नहीं है। यह केंद्र के अधीन है। इसके मंत्रियों के बारे में क्या है? कोयला बेल्ट बंगाल का, आसनसोल क्षेत्र लूटने वाले भाजपा नेताओं के बारे में क्या राय है।’’
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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