Uttarakhand news: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में खराब मौसम के कारण कर्नाटक के 4 ट्रेकर्स की मौत हो गई। भारतीय वायु सेना (IAF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के साथ स्थानीय एजेंसियां बचाव कार्य में युद्ध स्तर पर लगी हैं। इस बीच, 13 ट्रेकर्स को बचा लिया गया और उनमें से 8 को बुधवार को हवाई मार्ग से देहरादून ले जाया गया।
इस बीच, 13 ट्रेकर्स को बचा लिया गया और उनमें से 8 को बुधवार को हवाई मार्ग से देहरादून ले जाया गया। फंसे ट्रेकर्स को बचाने के लिए भारतीय वायु सेना (IAF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और अन्य स्थानीय अधिकारियों द्वारा एक संयुक्त हवाई-जमीन अभियान चल रहा है।
29 मई को हिमालयन व्यू ट्रेकिंग एजेंसी द्वारा आयोजित 22 सदस्यीय टीम ने उत्तरकाशी से 35 किलोमीटर की यात्रा शुरू की। इस समूह में कर्नाटक के 18 ट्रेकर्स, महाराष्ट्र के एक और तीन स्थानीय गाइड शामिल थे।
राजस्व विभाग में प्रमुख सचिव रश्मि महेश ने पीटीआई को बताया कि इस त्रासदी में मरने वालों की पहचान नहीं हो पाई है। गढ़वाल के जिला मजिस्ट्रेट बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
महेश ने कहा कि भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर को भी सेवा में लगाया गया है।
इस बीच राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा बचाव अभियान की निगरानी और समन्वय के लिए देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं।
मंत्री ने अपने कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा कि कर्नाटक के ट्रेकर्स के एक दल ने मंगलवार सुबह उत्तराखंड के शास्त्रताल मायाली के ऊंचाई वाले क्षेत्र में अपना ट्रेक शुरू किया। गंतव्य पर पहुंचने के बाद दल ने फिर से कैंप में लौटने की कोशिश की। हालांकि, वापसी के दौरान दोपहर 2 बजे बर्फानी तूफान के कारण मौसम पूरी तरह खराब हो गया और वे फंस गए।
उन्होंने कहा, “कल रात हमें पता चला कि खराब मौसम के कारण कर्नाटक के ट्रेकर्स खतरे में हैं। मामले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के माध्यम से उत्तराखंड सरकार, भारतीय पर्वतारोहण महासंघ और केंद्र सरकार के गृह विभाग से संपर्क किया गया। उनकी मदद से कर्नाटक के ट्रेकर्स का बचाव अभियान चलाया जा रहा है।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)