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जोनाई में भाजपा के हुए दो फाड़, कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी को पड़ सकती है महंगी

जोनाईः असम के 114 नंबर जोनाई विधानसभा क्षेत्र में इस बार रोचक मुकाबले देखने को मिल सकता हैं। प्रथम चरण के चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियों ने मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पुरा जोर-शोर से आजमाइश शुरू कर दिया है। जोनाई विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से भुवन पेगु, कांग्रेस पार्टी से […]

जोनाईः असम के 114 नंबर जोनाई विधानसभा क्षेत्र में इस बार रोचक मुकाबले देखने को मिल सकता हैं। प्रथम चरण के चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियों ने मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पुरा जोर-शोर से आजमाइश शुरू कर दिया है। जोनाई विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से भुवन पेगु, कांग्रेस पार्टी से डॉ हेमहरि प्रसन्न पेगु, राइजर दल से माधव मुसाहारी, असम जातीय परिषद से पुर्व विधायक फणिराम तायेंग, जनता दल-यू से भाग्य सुकरांग और महिला दल से भवानी बोडो समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी अपनी रणनीति बनाकर मतदाताओं को लुभाने में लगे हुए हैं। 

जोनाई में भाजपा के दो फाड़ होने से नाराज भाजपा का एक गुट पूरी तरह भुवन पेगु के खिलाफ चुनावी मैदान में दिख रहे हैं। भाजपा का नाराज एक गुट जोनाई विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की ओर से भुवन पेगु को टिकट प्रदान करने से खासकर नाराज चल रहे हैं। जिन्हें मनाना भुवन पेगु कि बस की बात नहीं है। ऐसी स्थिति में यह अनुमान लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं है। नाराज चल रहे हैं भाजपाइयों का वोट मे अगर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी डॉ हेमहरि प्रसन्न पेगु सेंध लगा दे तो कांग्रेस पार्टी का विजय निश्चित है। 

अगर वर्ष 2016 का विधानसभा चुनाव पर गौर किया जाए तो भुवन पेगु को  88,441, भाजपा के अश्विनी पाईत को 39148,भाजपा के बागी उम्मीदवार सत्थो बसुमतारी 33,265, कांग्रेस के शुशील पेगु को 30,890, लैनींद्र दलै को 5625, हितेश देवरी को 2290, भुपेन नरो को 2120, जानकी पेगु को 1519, नरेन सोनवाल को 1068 आदि मत मिले थे। अगर 2016 का चुनाव को देखा जाए तो भाजपा को अश्विनी पाईत का 39,148, भाजपा के बागी उम्मीदवार सत्थो बसुमतारी को 33,265 वोट को जोड़ दिया जाए तो 72,413 मत मिले थे।

दूसरी ओर कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ हेमहरि प्रसन्न पेगु से बातचीत में कहा कि भुवन पेगु ने मिसिंग समाज के लोगों को इतने दिन झूठ बोलकर राजनीति की है। साथ ही डॉ हेमहरि प्रसन्न पेगु ने कहा कि छठी अनुसूची की बात कहकर वोट लेते थे। अब मिसिंग समुदाय उनके झांसे में पड़ने वाले नहीं हैं। 

असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। पहला चरण का मतदान 27 मार्च को, दूसरे चरण का मतदान दो अप्रैल को और तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को होगा है। दो मई को मतों की गणना होगी। चुनावों में कोई हिंसा या उपद्रवी माहौल खराब न करें इसके लिए केंद्रीय सशस्त्र अर्द्धसैनिक बलों की 40 कंपनियों की तैनाती की जाएगी। 

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