नई दिल्लीः राकांपा (NCP) नेता शरद पवार (Sharad Pawar) ने क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को किसानों के मुद्दों पर टिप्पणी करते समय अधिक सावधान रहने की चेतावनी दी। शरद पवार की ये प्रतिक्रिया किसान आंदोलन (Farmer Protest) को लेकर सचिन तेंदुलकर के ट्वीट के बाद आई है।
दरअसल, पॉप स्टार रिहाना (Rihann) और ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) ने भारत (India) में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किया था। इसके बाद भारत की कई जानी-मानी हस्तियों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इसी कड़ी में सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए कहा था, “भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है. बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं. भारतीय भारत को जानते हैं और भारत के लिए फैसला ले सकते हैं। आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें।’’
इस पर नाराज शरद पवार ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन पर तेंदुलकर को सलाह देते हुए ट्वीट किया और कहा, ‘‘मैं सुझाव दूंगा कि सचिन (तेंदुलकर) अन्य क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों पर बोलते समय सावधान रहें।’’
एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने भी पवार द्वारा कही गई बातों को दोहराया। उन्होंने कहा, “सरकार को यह गलती नहीं करनी चाहिए। लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर एक बड़े लेकिन बहुत ही सरल व्यक्ति हैं। उन्हें लोगों की इच्छा का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सरकार ने उन्हें ट्वीट करने के लिए कहा है।’’
पवार का बयान सोशल मीडिया पर कुछ लोगों के साथ अच्छा नहीं लगा, उन्होंने सचिन को ‘धमकी’ देने के लिए शरद पवार पर हमला किया।
ब्लूक्रॉफ्ट डिजिटल फाउंडेशन के सीईओ अखिलेश मिश्रा ने कहा, “शरद पवार महाराष्ट्र में सत्ता में हैं। यहां वह राज्य के एक निवासी को एक मुद्दे पर खुलकर बोलने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करने की धमकी दे रहा है। निश्चित रूप से मीडिया शरद पवार उदारवाद का एक प्रतीक है, जो कि रिहाना की आलोचना करते हुए, वह एक खलनायक है और कृषि में सुधार कर रहा है।’’
एक अन्य ट्विटर उपयोगकर्ता ने कहा, ‘‘क्या आपने मोदी / शाह या किसी भी बीजेपी नेताओं को गद्दारों, वाम-उदारवादियों, शहरी नक्सलियों के लिए धमकी देते हुए सुना है जो अलगाववादियों और आतंकवादियों के लिए अभियान चला रहे हैं। लेकिन पवार ने भारत समर्थक रुख अपनाने के लिए सचिन को धमकी दी। फासीवादी कौन है?“
ट्विटर पर एक यूजर ने पवार का मजाक उड़ाया। उसने उन्हे उस घटना की याद दिलाते हुए कहा जब 2006 में चैंपियंस ट्रॉफी पेश किए जाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने उन्हें बाहर कर दिया था।
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