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जोनाई में श्रीमद भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ की तैयारियां जोरों पर

जोनाई: धेमाजी जिले के जोनाई महकमा में आगामी 17 जनवरी से 23 जनवरी तक दो नंबर मुरकंगसेलेक त्रिवेणी एलपी स्कूल के समीप शिव मंदिर के प्रांगण में श्रीमद भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन दो  व तीन नंबर मुरकंगसेलेक गोर्खा समाज के तत्वावधान में और स्थानीय लोगों के सहयोग से कराया जा रहा है। […]

जोनाई: धेमाजी जिले के जोनाई महकमा में आगामी 17 जनवरी से 23 जनवरी तक दो नंबर मुरकंगसेलेक त्रिवेणी एलपी स्कूल के समीप शिव मंदिर के प्रांगण में श्रीमद भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन दो  व तीन नंबर मुरकंगसेलेक गोर्खा समाज के तत्वावधान में और स्थानीय लोगों के सहयोग से कराया जा रहा है। मुख्य कथा प्रवक्ता के रूप में कृष्ण सापकोटा के द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम अनुसार 17 जनवरी को सुबह आठ बजे तीन नंबर मुरकंगसेलेक महिला आत्म सहायक गुट के द्वारा सामुहिक सफाई अभियान किया जाएगा। सुबह नौ बजे मुरकंगसेलेक लखी नेपाली सार्वजनिक दूर्गा मंदिर के पुरोहित किशोर उपाध्याय के द्वारा धर्मध्वजा फहराया जाएगा और स्वागत समिति के अध्यक्ष कृष्ण बहादुर छेत्री धर्मध्वजा फहराने में सहयोग करेंगे। सुबह साढ़े नौ बजे धेमाजी जिले के अतिरिक्त उपायुक्त और प्रभारी महकमाधिपति उत्पल दलै वृक्षारोपण करेंगे और स्वागत समिति के महासचिव लोकनाथ छेत्री करेंगे। सुबह दस बजे मिसिंग स्वायत्तशासी परिषद के साधारण सदस्य और समाज सेवक  पदुम कुमार राय भागवत मंच का उद्घाटन करेंगे और सहयोग करेंगे गोर्खा उन्नयन परिषद के सदस्य लाल बहादुर छेत्री उर्फ पार्थ छेत्री । 

सुबह साढ़े दस बजे मुख्य कथा प्रवक्ता के रूप में कृष्ण सापकोटा के द्वारा आमंत्रित पुरोहित को स्वागत का कार्यक्रम किया जाएगा। सुबह ग्यारह बजे श्रीमद भागवत महापुराण सप्ताह यज्ञ के आयोजन के वरुण आह्वान और भव्य कलश यात्र निकाली जाएगी। पहले दिन का अपराह्न तीन बजे कलश स्थापना, वेदी स्थापना, मंडप पूजन ,व्यास पूजन , भागवत पूजन किया जाएगा। मुख्य कथा प्रवक्ता के रूप में कृष्ण सापकोटा के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा प्रवचन शुभारंभ किया जाएगा। शाम पांच बजे आरती और प्रसाद वितरण । शाम साढ़े छह बजे भजन कीर्तन और साढ़े आठ बजे से आमंत्रित कीर्तन मण्डली के द्वारा भजन कीर्तन शुभारंभ। आगामी 18 जनवरी को सुबह आठ बजे जोन आत्म सहायक गुट के द्वारा सफाई अभियान , सुबह नौ बजे पूजा-अर्चना किया जाएगा। सुबह ग्यारह बजे से तीन बजे भागवत महापुराण अमृत प्रवचन , प्रसाद वितरण , भजन कीर्तन और दस बजे रात्रि विश्राम । आगामी 19 जनवरी को सुबह आठ बजे मां लक्ष्मी आत्म सहायक गुट के द्वारा सामुहिक सफाई अभियान , सुबह नौ बजे पूजा-अर्चना और आरती किया जाएगा। सुबह ग्यारह बजे से अपराह्न तीन बजे भागवत महापुराण अमृत प्रवचन और इसके बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। आगामी 20 जनवरी को सुबह आठ बजे पदुमणि आत्म सहायक गुट के द्वारा सफाई अभियान , सुबह नौ बजे पूजा-अर्चना और आरती , ग्यारह बजे से तीन बजे तक भागवत महापुराण अमृत प्रवचन और इसके बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। आगामी 21 जनवरी को तीन नंबर मुरकंगसेलेक महिला आत्म सहायक गुट के द्वारा सफाई अभियान , सुबह नौ बजे पूजा-अर्चना और आरती , ग्यारह बजे से तीन बजे तक भागवत महापुराण अमृत प्रवचन और इसके बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। आगामी 22 जनवरी को सुबह आठ बजे भानू भक्त गोर्खा युवक संघ के द्वारा सफाई अभियान , सुबह नौ बजे पूजा-अर्चना किया जाएगा। सुबह ग्यारह बजे से तीन बजे भागवत महापुराण अमृत प्रवचन , प्रसाद वितरण , भजन कीर्तन और दस बजे रात्रि विश्राम । 
आगामी 23 जनवरी को भागवत महापुराण स्वागत समिति  के द्वारा सफाई अभियान , सुबह नौ बजे  महायज्ञ ,उपन्यन , पुर्णाहुती, वट्- पीपल विवाह ,शुभ विवाह और भागवत विशेष पाठ अर्चना और आरती , अपराह्न तीन बजे महाप्रसाद वितरण, पांच बजे लक्ष्य दीपक प्रज्वलित और भजन आरती और सायं सात बजे कृष्ण भजन कीर्तन आरंभ और दस बजे रात्रि विश्राम किया जाएगा । आगामी 24 जनवरी को सुबह पांच बजे घट्ट विसर्जन और समापन , सुबह आठ बजे भागवत महापुराण स्वागत समिति के द्वारा
 सफाई अभियान किया जाएगा।  स्वागत समिति के अध्यक्ष कृष्ण बहादुर छेत्री , कार्यकारी अध्यक्ष सुरज कुमार पाण्डेय और महासचिव लोकनाथ छेत्री ने बताया कि श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र को सुनने मात्र से लोगो के जीवन मे एक नई ऊर्जा का संचार हो जाता है। लोग बुरे कर्मो को त्याग अच्छे कर्मों की ओर बढ़ने लगते है। भागवत महापुराण के श्रवण करने से लोग स्वर्ग की अनुभूति करने लगते है। भागवत कथा सुनने से लोगो में आपसी भाई चारा बढ़ता है। घर परिवार समृद्घि की ओर बढ़ते हैं। घर और परिवार के लोग खुशहाल होते है जीवन मे चल रही अनेक प्रकार के दुख कलह से लोगो को मुक्ति मिलती है। इसलिए लोगो को जहाँ भी मौका मिले भागवत पुराण का कथा सुनने चाहिए।  इस श्रीमद भागवत महापुराण में रोज सैकड़ो की संख्या में कथा सुनने के लिए श्रद्घालु उपस्थित होंगे। साथ ही आस-पास के ग्रामीण भी इस महापुराण यज्ञ में शामिल होकर अपने आप को कृतार्थ करेंगे।

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