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Maharashtra: लापरवाही की हद, 12 बच्चों को पोलियो ड्राॅप की जगह पिलाया हैंड सैनिटाइजर

नई दिल्लीः सरकारी कर्मचारियों द्वारा लापरवाही की धटनाएं तो अक्सर होती ही रहती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने हद ही पार कर दी। यह घटना रविवार को महाराष्ट्र के यवतमाल (Yavatmal) में हुई, जब 1-5 वर्ष की आयु के 2,000 से अधिक बच्चे अपने माता-पिता के साथ सुबह में शुरू किए गए राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान […]

नई दिल्लीः सरकारी कर्मचारियों द्वारा लापरवाही की धटनाएं तो अक्सर होती ही रहती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने हद ही पार कर दी। यह घटना रविवार को महाराष्ट्र के यवतमाल (Yavatmal) में हुई, जब 1-5 वर्ष की आयु के 2,000 से अधिक बच्चे अपने माता-पिता के साथ सुबह में शुरू किए गए राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत पोलियो टीकाकरण (Polio Vaccination) कार्यक्रम के लिए एकत्र हुए थे। यहां कर्मचारियों की घोर लापरवाही सामने आई। हुआ यूं कि स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 5 वर्ष से कम उम्र के 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह हैंड सैनिटाइजर (Sanitizer) पिला दिया। जिसके कारण उन बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। यवतमाल जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीकृष्णा पांचाल ने इस बारे में जानकारी दी।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती बच्चे अब ठीक हैं और इस घटना से जुड़े तीन कर्मचारियों- एक स्वास्थ्यकर्मी, एक डॉक्टर और एक आशा वर्कर को निलंबित किया जाएगा। इस मामले की जांच चल रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य अधिकारी ने सोमवार को यहां बताया कि झापाजी के कोपसी-कोपारी गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पोलियो वैक्सीन की बूंदों के बजाय कम से कम 12 बच्चों को सेनिटाइजर की बूंदें दे दी गईं।

अधिकारी के अनुसार, कुछ बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स के बजाय सैनिटाइजर की बूँदें पिला दी गईं, जिसके बाद उन बच्चों को मितली, ऐंठन की शिकायत हुई और उन्हें उल्टी होने लगी, जिससे बच्चों के परिजनों और स्वास्थ्य अधिकारियों में खलबली मच गई। उन सभी बच्चों को फौरन इलाज के लिए वसंतराव नाइक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया।

अधिकारी ने बताया, ‘‘सभी बच्चों की स्थिति अब स्थिर है और सुधार कर हो रहा है। उन्हें लगातार निगरानी में रखा जा रहा है। वीएनजीएमसीएच के डीन डॉ मिलिंद कांबले ने आईएएनएस को बताया, उनकी स्थिति के आधार पर, हम उन्हें मंगलवार शाम को छुट्टी देने पर विचार करेंगे।

इस बीच, स्थानीय विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मांग की कि इतने छोटे बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले व्यक्तियों को लापरवाही के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाना चाहिए।

यह घटना तब सामने आई है, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए साल 2021 में नेशनल पोलियो इम्यूनाइजेशन ड्राइव लॉन्च किया है।

(With agency input)

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