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उत्तराखंड के हल्द्वानी में DRDO द्वारा स्थापित 500 बिस्तरों वाले कोविड केयर अस्पताल का उद्घाटन

नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा हल्द्वानी में स्थापित 500 बेड के कोविड केयर अस्पताल का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिनांक 2 जून, 2021 को किया। इस सुविधा में 375 ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर की सुविधा वाले 125 आईसीयू बेड शामिल हैं। 100 प्रतिशत पावर बैकअप के साथ […]

नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा हल्द्वानी में स्थापित 500 बेड के कोविड केयर अस्पताल का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिनांक 2 जून, 2021 को किया। इस सुविधा में 375 ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर की सुविधा वाले 125 आईसीयू बेड शामिल हैं। 100 प्रतिशत पावर बैकअप के साथ सभी मौसमी परिस्थितियों के लिए इस केंद्र में केंद्रीय रूप से वातानुकूलन की सुविधा उपलब्ध है। पैथोलॉजी प्रयोगशाला, फार्मेसी, एक्स-रे तथा ईसीजी आदि इस सुविधा का अंतर्निहित हिस्सा हैं। यह केन्द्र दिनांक 3 जून 2021 से पूरी तरह से कार्य करना शुरू कर देगा।

आधुनिक सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से उचित निगरानी और अस्पताल प्रबंधन के लिए वाई-फाई, सीसीटीवी और हेल्पलाइन नंबर के साथ एक नियंत्रण केंद्र भी स्थापित किया गया है। इस सुविधा को चलाने के लिए चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ की व्यवस्था यहीं स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी द्वारा की जाएगी।

21 दिन में बना यह अस्पताल प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के बीच चौबीसों घंटे लगातार काम करने वाले 350 व्यक्तियों के कार्यबल द्वारा किए प्रयासों का परिणाम है। यह समय-बद्ध चुनौतीपूर्ण कार्य विभिन्न सरकारी एजेंसियों के बीच समन्वय एवं देशव्यापी लॉकडाउन के बीच विशाल मात्रा में साजोसामान की व्यवस्था का परिणाम है। भविष्य में किसी भी अप्रत्याशित चुनौती का सामना करने योग्य बनाने के लिए अस्पताल के डिजाइन और कामकाज में पर्याप्त कदम उठाए गए हैं। फायर डिटेक्शन अलार्म सिस्टम, फायर हाइड्रेंट एवं अग्निशमन उपकरणों के साथ अनिवार्य फायर सेफ्टी नॉर्म्स सुनिश्चित किए गए हैं।

कोविड की वर्तमान स्थिति में यह कोविड केयर सेंटर उत्तराखंड के लोगों के लिए एक अमूल्य संपत्ति होगा जो महामारी के दौरान समय पर आवश्यक चिकित्सा देखभाल प्रदान करेगा। इस कोविड केयर सेंटर को नामित तथा समर्पित दिवंगत जनरल बिपिन चंद्र जोशी पर किया गया है जो उत्तराखंड से ताल्लुक रखते थे और भारतीय सेना के 17वें प्रमुख थे।

इस अवसर पर सांसद डॉ. अजय भट्ट, उत्तराखंड सरकार में मंत्री श्री बंसीधर भगत, उत्तराखंड की नेता डॉ इंदिरा हृदयेश और डीआरडीओ तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस महामारी के दौरान लगातार समय पर सहायता के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की सराहना की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने इस कार्य में शामिल टीम के अथक प्रयासों की सराहना की एवं साथ देने के लिए उत्तराखंड सरकार को धन्यवाद दिया ।

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