नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (West Bengal School Service Commission) के अध्यक्ष पद से हाल ही में हटाए गए तृणमूल कांग्रेस के विधायक मानिक भट्टाचार्य (Manik Bhattacharya) के खिलाफ CBI ने लुकआउट नोटिस जारी किया है।
लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद टीएमसी विधायक मानिक भट्टाचार्य ने कहा कि मैं लुक आउट नोटिस के बारे में कुछ नहीं कह सकता। मैं भी मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन मैं दक्षिण कोलकाता के जादवपुर में अपने आवास पर हूं। मैं भविष्य में भी केंद्रीय एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करूंगा, जैसा मैंने पहले भी किया है।
बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाला (Teacher Recruitment Scam) मामले में पूछताछ के लिए, उन्हें कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन वह केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। उन्हें 10 अगस्त को नोटिस भेजा गया था, लेकिन उन्होंने उसका जवाब नहीं दिया। जांच एजेंसी ने उनकी तलाश में कई जगहों पर दबिश भी मारी, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला।
शिक्षक भर्ती घोटाले में मानिक भट्टाचार्य का नाम आने के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने उन्हें प्राथमिक शिक्षा परिषद के चेयरमैन के पद से बर्खास्त कर दिया था। साथ ही अदालत ने मानिक और उनकी पत्नी, बेटी और बेटे की संपत्ति का ब्यौरा कोर्ट के समक्ष पेश करने का निर्देश जारी किया था।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में ममता (Mamata Banerjee) सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के ठिकानों से ईडी ने 50 करोड़ रुपये और कई किलो सोना बरामद किया था, जिसके बाद पार्थ चटर्जी को चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
यह घोटाला साल 2014 का है। उस समय पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमिश्न ने पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती निकाली थी। उस समय पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे। पार्थ चटर्जी पर आरोप है कि उन्होंने पैसे लेकर कई लोगों को शिक्षक की नौकरी दी।