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बेंगलुरू में बारिश से बाढ़ जैसे हालात, IMD ने दिया अलर्ट

बेंगलुरु में एक हफ्ते से भारी बारिश जारी है। 3 दिन से शहरभर में पानी भरा है। क्या सड़कें और क्या कॉलोनियां, सभी डूबे हैं। उधर मौसम विभाग ने बेंगलुरु में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों में लगातार भारी बारिश हो सकती है। जिससे हालात और ज्यादा खराब होने की आशंका है।

नई दिल्ली: बेंगलुरु में एक हफ्ते से भारी बारिश जारी है। 3 दिन से शहरभर में पानी भरा है। सड़कें और कॉलोनियां, सभी डूबे हैं।उधर मौसम विभाग ने बेंगलुरु में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों में लगातार भारी बारिश हो सकती है, जिससे हालात और ज्यादा खराब होने की आशंका है।

बेंगलुरु में कॉलोनियों के डूबने से होटलों का किराया दोगुना हो गया है। यहां एक रात ठहरने के लिए कमरों की कीमत 30 से 40 हजार हो गई है। वहीं दूसरी तरफ अमेजन, स्विगी जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों ने भी बारिश और बाढ़ के चलते कुछ समय के लिए अपनी सर्विस सस्पेंड कर दी है।

लोगों की परेशानियां देखते हुए अब कर्नाटक सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं। बेंगलुरु में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। IT विभाग के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की मंजूरी दे दी गई है। बेंगलुरु नगर निगम ने 696 अतिक्रमणों की पहचान की है। निगम का कहना है कि इन्हीं की वजह से शहर में बारिश का पानी भर रहा है। इन अतिक्रमणों को JCB के जरिए गिराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री बासव राज बोम्मई भी लगातार राज्य में दौरे कर रहे हैं। वे बुधवार सुबह काली जीप में बेंगलुरु के बाहरी इलाकों में पहुंचे। उन्हें भी पानी भरी सड़कों से ही गुजरना पड़ा। मौसम विभाग का कहना है कि बेंगलुरु के कई हिस्सों और कर्नाटक के दूसरे इलाकों में 9 सितंबर तक ऐसी ही बारिश होने की संभावना है।

बेंगलुरु नगर पालिका के चीफ कमिश्नर ने बताया कि 30 अगस्त से 4 सितंबर के बीच सामान्य से 5 गुना ज्यादा बारिश हुई है।शहर की 162 झीलें भर गई हैं, जिसके चलते बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा कि हमने शहर से पानी बाहर निकालने के कामों के लिए 1500 करोड़ रुपए तुरंत जारी किए हैं। इसके अलावा 300 करोड़ रुपए अतिक्रमण हटाने के अभियान में खर्च किए जाएंगे।