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Arunachal: 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा शुरू, मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर किया शुभारम्भ

ईटानगरः मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने राज्य के नागरिक सचिवालय में अरुणाचल प्रदेश के लोगों को 108 आपातकालीन प्रतिक्रिया एम्बुलेंस सेवा समर्पित की। राज्य भर में ऐसे कुल 90 एम्बुलेंस नेटवर्क में संचालित होंगे, जिनका संचालन जीवीके ईएमआरआई द्वारा राज्य के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए पीपीपी मोड पर एक केंद्रीकृत कॉल सेंटर के माध्यम से […]

ईटानगरः मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने राज्य के नागरिक सचिवालय में अरुणाचल प्रदेश के लोगों को 108 आपातकालीन प्रतिक्रिया एम्बुलेंस सेवा समर्पित की। राज्य भर में ऐसे कुल 90 एम्बुलेंस नेटवर्क में संचालित होंगे, जिनका संचालन जीवीके ईएमआरआई द्वारा राज्य के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए पीपीपी मोड पर एक केंद्रीकृत कॉल सेंटर के माध्यम से संचालित किया जाएगा। राज्य के सभी हिस्सों को कवर करने के लिए रणनीतिक स्वास्थ्य सुविधा स्थानों पर तैनात इन एम्बुलेंसों को प्रत्येक एम्बुलेंस में 133 प्रशिक्षित पायलट, 146 आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन और बुनियादी जीवन समर्थन उपकरण के साथ संचालित किया जाएगा।डायल 108 प्रणाली एक केंद्रीय कॉल सेंटर के माध्यम से संचालित की जाएगी यानी राज्य में कहीं से भी किसी भी प्रकार के मोबाइल या लैंडलाइन फोन का उपयोग करके किसी दुर्घटना या आपातकालीन चिकित्सा स्थिति की घटना के बारे में केंद्र को सचेत करने के लिए कॉल किया जा सकता है। कॉल सेंटर आवश्यक जानकारी को रिकॉर्ड करेगा और आईटी सॉफ्टवेयर का उपयोग करके निकटतम उपलब्ध एम्बुलेंस का पता लगाएगा ताकि इसे तुरंत दुर्घटना स्थल तथा रोगी के पास पर भेजा जा सके।

प्रशिक्षित जनशक्ति रोगी को स्थिर करने के लिए उचित पूर्व-अस्पताल देखभाल प्रदान करेगी और फिर रोगी को निकटतम स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंचाएगी। राज्य की राजधानी में स्थित केंद्रीय कमांड और कंट्रोल सेल के माध्यम से कर्मियों के साथ-साथ वाहनों की वास्तविक समय निगरानी के लिए सभी एम्बुलेंस जीपीएस सक्षम सॉफ्टवेयर से सुसज्जित रहेगी। प्रत्येक एम्बुलेंस 12-12 घंटे की दो पालियों में 24×7 काम करेगी। प्रत्येक पाली में एक प्रशिक्षित ड्राइवर व पायलट फर्स्ट रेस्पॉन्डर के रूप में और एक आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन बोर्ड पर होगा। प्रशिक्षित पायलट और ईएमटी का एक और सेट रिलीवर यूनिट के रूप में घूमेगा। प्रत्येक जिला मुख्यालय में संचालन की निगरानी और समन्वय के लिए प्रत्येक जिलों में एक जिला नोडल व्यक्ति होगा।

इस सभी 90 एम्बुलेंस को विधानसभा क्षेत्र जनसंख्या आधार और भौगोलिक स्थानों जैसे विभिन्न मापदंडों को ध्यान में रखते हुए समान रूप से आवंटित किया गया है।90 में से 30 एम्बुलेंस राज्य सरकार द्वारा नॉर्थ-ईस्ट स्पेशल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम ;छम्ैप्क्ैद्ध के समर्थन से खरीदी गई हैं और 48 एम्बुलेंस भारत सरकार की योजना के तहत पूंजीगत तथा राज्यों को विशेष सहायता के लिए खरीदे गए थे। नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने अपनी सीएसआर गतिविधि के तहत 10 एम्बुलेंस दान किए हैं और 2 एम्बुलेंस भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण द्वारा लोंगडिंग जिले को दान की गई हैं। 

बताया जाता है कि देश में 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पीपीपी मोड के माध्यम से 108 आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा परियोजना को लागू किया है। मुख्यमंत्री ने लोगों को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए केंद्र सरकार, एनएचआईडीसीएल और एएआई को राज्य सरकार को लोगों को सेवा प्रदान करने में उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। उपमुख्यमंत्री चाउना मीन, स्वास्थ्य मंत्री अलो लिबांग पर्यटन मंत्री नाकप नालो स्वास्थ्य मंत्री के सलाहकार गोरुक पोर्डुंग स्थानीय विधायक तेची कासो और ईटानगर के मेयर तामे फसांग कोविंद प्रोटोकॉल को पालन करते हुए इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

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