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Thomas Cup 2022: भारत ने रचा इतिहास, पहली बार बना Thomas Cup चैंपियन

भारत के लिए लक्ष्य सेन ने मेंस सिंगल में, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने मेंस डबल में और किदांबी श्रीकांत ने मेंस सिंगल वर्ग में अपने-अपने मैच जीते। बता दें कि भारत ने पहली बार थॉमस कप का खिताब जीता है। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम हस्तियों ने भारतीय टीम को बधाई दी है।

नई दिल्ली: थॉमस कप 2022 (Thomas Cup 2022) में भारतीय बैडमिंटन टीम (Indian Badminton Team) ने इतिहास रच दिया है। भारत ने फाइनल में रविवार को मौजूदा चैंपियन इंडोनेशिया (Indonesia) को लगातार तीन मैच में हराकर थॉमस कप 2022 का खिताब पर कब्जा कर लिया। भारत ने 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया को एकतरफा 3-0 से रौंद दिया।

भारत के लिए लक्ष्य सेन ने मेंस सिंगल में, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने मेंस डबल में और किदांबी श्रीकांत ने मेंस सिंगल वर्ग में अपने-अपने मैच जीते। बता दें कि भारत ने पहली बार थॉमस कप का खिताब जीता है। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम हस्तियों ने भारतीय टीम को बधाई दी है।

फाइनल के पहले मुकाबले में मेंस सिंगल वर्ग में दुनिया के नंबर 9 शटलर लक्ष्य सेन ने दुनिया के नंबर 4 खिलाड़ी एंथनी सिनिसुका गिनटिंग को मात दी जबकि दूसरे मैच में मेंस डबल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने इंडोनेशिया के केविन संजाया और मोहम्मद अहसान की जोड़ी को परास्त किया।

वहीं, तीसरे मैच में किदांबी श्रीकांत ने जोनाथन क्रिस्टि को पीटकर भारत को पहली बार थॉमस कप का चैंपियन बना दिया।

मेंस सिंगल वर्ग में गिनटिंग ने लक्ष्य सेन के खिलाफ धमाकेदार शुरुआत करते हुए पहला गेम 21-8 से जीत लिया, लेकिन दूसरे गेम में लक्ष्य ने जोरदार वापसी करते हुए 21-17 से दूसरा गेम जीतकर 2-2 से बराबरी कर ली। तीसरे और निर्णायक गेम में दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली।

दोनों खिलाड़ी एक समय 12-12 की बराबरी पर थे। लेकिन इसके बाद लक्ष्य ने 4 अंकों की बढ़त बना ली और स्कोर को 18-14 तक पहुंचा दिया और फिर 21-17 से तीसरा और निर्णायक गेम जीतकर मुकाबले में भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। लक्ष्य ने एक घंटे और 5 मिनट में गिनटिंग को मात दी।

इस सीजन में 14 बार का चैंपियन इंडोनेशिया एक भी मैच नहीं हारा और नॉकआउट मुकाबलों में चीन व जापान को हराकर फाइनल में पहुंचा था। जबकि भारत केवल चीनी ताइपे के खिलाफ एक मैच हारा था।