नई दिल्लीः पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के जाने के बाद से ही ये संशय बना हुआ था कि अब उनकी जगह कौन टीम इंडिया के लिए फिनिशर की भूमिका निभायेगा। क्रिकेट के जानकारों ने कहा था कि रिषभ पंत ही ऐसे विकेट कीपर हैं जो इस खाली स्थान को भर सकते हैं। पंत कुछ हद तक ये करने में सफल भी रहे हैं। गाबा की उछाल भरी पिच पर भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत ने एक कमाल का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। रिषभ पंत भारत के लिए सबसे तेज एक हजार टेस्ट रन पूरे करने वाले पहले विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। इस मामले में रिषभ पंत ने अपने गुरू महेंद्र सिंह धौनी को भी पीछे छोड़ दिया है।
इससे पहले, 11 टेस्ट मैच और 22 पारियों में सबसे पहले 50 शिकार बनाने वाले वे पहले भारतीय विकेटकीपर बने थे। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा के मैदान पर जैसे ही रिषभ पंत ने पहला रन बनाया, टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से वे पहले विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए, जिन्होंने भारत की ओर से सबसे तेज एक हजार बनाए।
रिषभ पंत ने 16 टेस्ट और 27 पारियों में 1,000 टेस्ट रनों का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है। इतने कम मैचों और पारियों में कोई भी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज अभी तक ये कमाल नहीं कर पाया है। रिषभ पंत ने 40.7 के औसत और 69 से ज्यादा स्ट्राइक रेट से 2 शतकों और 4 अर्द्धशतकों के साथ ये रन बनाए हैं। सबसे ज्यादा कमाल की बात तो ये है कि पंत ने विदेशी दौरों पर सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। हालांकि, उन्हें भारत में उनको खेलने का कम मौका मिलता है। बता दें कि रिषभ पंत पिछले टेस्ट मैच में तीसरा शतक लगाने से चूक गए थे।
पूर्व कप्तान एमएस धौनी ने 1000 रनों का आंकड़ा 32 पारियों में हासिल किया था। वहीं, उनके बाद इस लिस्ट में फारुख इंजीनियर का नाम है, जिन्होंने 36 पारियों में 1000 टेस्ट रन पूरे किए थे। चैथे नंबर पर रिद्धिमान साहा का नाम है, जिन्होंने 37 पारियों में ये कमाल किया है। नयन मोंगिया ने 39 पारियों में 1000 रन बनाए थे, जबकि सैयद किरमानी ने 45 पारियों में 100 रन पूरे किए थे। इस लिस्ट में किरन मोरे का नाम भी शामिल है, जिन्होंने 50 पारियों में 1000 रन बनाए थे।
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