T20 World Cup 2022: एडिलेड में इंग्लैंड के खिलाफ बड़ी हार के बाद भारत टी 20 विश्व कप 2022 से बाहर हो गया और उसका फाइनल खेलने का सपना भी धरा रह गया। भारतीय क्रिकेट टीम की सलामी जोड़ी का न चलना और टूर्नामेंट में सबसे खराब गेंदबाजी शो में से एक का प्रदर्शन किया, जिस कारण टीम इंडिया बुरी तरह से मैच हार गया।
भारत टॉस हार गया और उसे पहले बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया। केएल राहुल और रोहित शर्मा शुरुआत में फिर से विफल रहे और विराट कोहली ने पारी को स्थिर करने के लिए ठोस पारी खेली, जबकि हार्दिक पांड्या ने सुनिश्चित किया कि उन्होंने अपने निर्धारित 20 ओवरों में 168/6 का स्कोर बनाया। लेकिन भारत का गेंदबाजी प्रदर्शन बहुत ही स्तरीय रहा।
भारत की हार का एक सबसे बड़ा कारण लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की अनुपलब्धता थी। यह काफी चौंकाने वाली बात है कि उन्होंने वर्ल्ड कप में एक भी मैच नहीं खेला। पिछले साल, वह टीम में नहीं था और इस साल भी जब वे उसे विश्व कप में ले गए, तो वह नहीं खेला गया। चहल को प्लेइंग इलेवन में नहीं चुनकर भारत ने बहुत बड़ी गलती की।
आखिर इस बड़ी हार के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या सिलेक्टरों ने सही टीम नहीं चुनी या फिर कोच चुनने में गलती हुई। पूरे टूर्नामेंट में हमारे स्पिनर अश्विन और अक्षर बुरी तरह से फ्लॉप रहे, लेकिन टीम मैनेजमेंट ने क्या सोचकर चहल का मौका नहीं दिया। बात करते हैं तेज गेंदबाजों की, जिसमें भुवनेश्वर कुमार एक कमजोर कड़ी के रूप में उभरकर सामने आए। आखिर क्या बात थी जो उन्हें खराब प्रदर्शन के बावजूद मौका मिलता रहा। सही मायने में ये टीम सेमीफाइनल में भी पहुंचने की हकदार नहीं थी, लेकिन गिरते-पड़ते सेमीफाइनल तक पहुंचे और यहां लुटिया डुबो दी।
भारत के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल ने बड़े मैचों में खराब प्रदर्शन के साथ अपने करियर की सबसे खराब बल्लेबाजी प्रदर्शनों में से एक का प्रदर्शन किया। वह बैक टू बैक गेम बनाम पाकिस्तान, नीदरलैंड और दक्षिण अफ्रीका में विफल रहे और कमजोर टीमों बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के खिलाफ अर्द्धशतक लगाने में कामयाब रहे। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ फिर से असफल रहे। विश्व कप में भारत को वास्तव में कभी अच्छी शुरुआत नहीं मिली, जो टीम इंडिया के असफल होने का एक सबसे बड़ा कारण है।
दूसरी कमजोर कड़ी रही कप्तान रोहित शर्मा, जो नीदरलैंड जैसी कमजोर टीम के खिलाफ एक अर्द्धशतक लगाने के अलावा पूरे टूर्नामेंट में फ्लॉप रहे। बल्लेबाज के रूप में वह पूरी तरह से विफल रहे। दूसरी ओर उनकी कप्तानी की बात करें तो उसमें भी उनके निर्णय सही नहीं रहे, जिसका खामियाजा भारत को उठाना पड़ा।
टीम के कप्तान के रूप में रोहित का भविष्य अनिश्चित होगा क्योंकि भारत ऑस्ट्रेलिया से खाली हाथ लौटेगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)