नई दिल्लीः लॉर्ड्स टेस्ट (Lord's Test) के अंतिम दिन भारतीय गेंदबाजों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे टीम को 272 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड को 120 रनों पर समेटने में मदद मिली। भारत को मेजबान टीम को पछाड़ने और लॉर्ड्स में 1-0 से यादगार जीत दर्ज करने के लिए 51.5 ओवर में 10 विकेट की आवश्यकता थी। भारतीय गेंदबाजों खासकर, मोहम्मद सिराज (Mohammad Siraj) और जसप्रीत बुमराह (Jaspreet Bumrah) ने दूसरे टेस्ट में सात विकेट साझा कर इंग्लैंड (England) को काफी नुकसान पहुंचाया।
रवींद्र जडेजा एक बार फिर मैच में बिना विकेट के रहे। जिसका अर्थ है कि यह इतिहास में केवल तीसरा उदाहरण था जब एक टेस्ट मैच में सभी 20 विकेट भारत के तेज गेंदबाजों ने लिए। अगर ट्रेंट ब्रिज में, बुमराह ने दूसरी पारी में पांच विकेट और पहली पारी में चार विकेट के साथ पूरे मैच में इंग्लैंड के 9 विकेट चटकाये, तो वहीं लॉर्ड्स में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज दोनों पारियों में 4-4 विकेट लेकर चमके। सिराज ने दूसरे टेस्ट में टोटल आठ विकेट चटकाए।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जेफ्री बॉयकॉट भारतीय युवा गेंदबाजों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करते देखकर काफी प्रभावित हुए है। सिराज को अपने टेस्ट करियर में एक साल भी नहीं हुआ है, लेकिन बॉयकॉट को लगता है कि ये तेज गेंदबाज टीम का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।
बॉयकॉट ने यूके से मिड-डे को बताया, ‘‘मुझे सिराज पसंद है। वह ऊर्जा से भरा है। किसी को उसे कुछ भी रोकने के लिए नहीं कहना चाहिए। उसे अपने तरीके से फलने-फूलने दें। वह भारत के लिए एक संपत्ति है, हालांकि वह काफी नया है।’’
बॉयकॉट ने भारतीय टीम के बारे में बोलते हुए कहा कि यूनिट के चारों ओर सकारात्मकता देखना अद्भुत है। यह सबसे अधिक तब दिखाई दिया जब भारत की नौवीं विकेट की जोड़ी जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी – जिन्होंने नाबाद 89 रन की साझेदारी की और अपनी टीम को जीत की राह दिखाई।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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