नई दिल्लीः भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज भारत ने जीत ली है। चौथा और अंतिम मुकाबला ब्रिसबेन में गाबा की तेज और उछाल भरी पिच पर खेला जा रहा था। इस मैच को भारत ने तीन विकेट से जीत लिया है। मैच के हीरो रहे रिषभ पंत 89 रन बनाकर नाटआउट रहे। भारत के सामने 328 रन का लक्ष्य था, जिसे 3 विकेट शेष रहते भारत ने बना लिया। इस मैच को जीतने के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया। गाबा की पिच पर ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को मात देना बहुत ही मुश्किल था, लेकिन भारत की युवा ब्रिगेड ने ये कर दिखाया और सीरीज के अंतिम मैच में ऑस्ट्रेलिया को धूल चटा दी और सीरीज पर कब्जा कर लिया।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 294 रन बनाकर ऑलआउट हो गई और उन्होंने भारत के सामने जीत के लिए 328 रनों का लक्ष्य रखा है। भारत ने पहली पारी में 336 रन बनाए थे। पहली पारी में कंगारू टीम 369 रन बनाकर ऑलआउट हुई थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। इस समय सीरीज 1-1 से बराबरी पर चल रही है। सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था, जबकि मेलबर्न में भारत ने और एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की थी।
मैच के अंतिम दिन भारत की ओर से खेलने आए रोहित शर्मा ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और मात्र 7 बनाकर आउट हो गए। शुभमन गिल ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा, उन्होंने 91 रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा ने भी बढ़िया बैटिंग की और 56 रन बनाए। कप्तान अजिक्य रहाणे ज्यादा देर नहीं टिक सके और 24 रन बनाकर कमिंस का शिकार बने। उसके बाद आए रिषभ पंत, जिन्होंने मैच का पासा ही पलट दिया। पंत और पुजारा के बीच बढ़िया साझेदारी देखने को मिली। लेकिन पुजारा के आउट होते ही लगा कि मैच भारत की पकड़ से निकल जाएगा। मयंक अग्रवाल जिन्होंने पिछली इनिंग में अच्छी बैटिंग की थी, 9 रन बनाकर एक खराब शाॅट खेलकर आउट हो गए। उसके बाद वाशिंगटन सुंदर आए, जिन्होंने 29 गेंदों में 22 रन बनाकर पंत का स्ट्रैस दूर किया। हालांकि उसके बाद सुंदर आउट हो गए और उनके बाद आए शार्दुल ठाकुर भी जल्दी आउट हो गए। लेकिन आज पंत का दिन था और उन्होंने चैका मारकर अपनी टीम को मैच और सीरीज दोनों जितवा दिया।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस ने 4 विकेट लिए। नाथन लाॅयन ने 2 विकेट लिए। जोश हेजलवुड को एक विकेट मिला। आज ऑस्ट्रेलिया का दिन नहीं था, क्योंकि पंत का शुरूआत में ही स्टंप छूट गया, जिसके बाद वो नहीं रूके और अपनी टीम को जीत दिलाकर वो अंत तक नाॅटआउट रहे।
मैच के अंतिम दिन की खासियत ये रही कि मैच देखकर बिल्कुल भी ये नहीं लगा कि ये टेस्ट मैच चल रहा है। मैच के आखिरी समय में तेजी से रन बटोरने थे, जो पंत और सुंदर किया। हर बाॅल पर मैच का रूख पलट रहा था। लेकिन अंत में भारतीय धुरंधरों ने गाबा की पिच पर कंगारूओं को मात दे ही दी। इस मैच में एक और खास बात रही कि भारत के कप्तान कोहली और मेन गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में हम ये मैच और सीरीज जीतने में सफल रहे।
Comment here
You must be logged in to post a comment.