नई दिल्लीः कोविड-19 के कारण लगे लाॅकडाउन में लोगों की आवाजाही बाहर बंद हो गई और जो लोग आवारा पशुओं को खाना खिलाते थे, वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। इससे उन आवारा पशुओं के सामने खाने की समस्या खड़ी हो गई है। लेकिन ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बारे में सोचा और मुख्यमंत्री राहत कोष ;ब्डत्थ्द्ध से पशुओं के खाने के लिए धनराशि स्वीकृत की है। 60 लाख रुपये की इस राशि का उपयोग राज्य के कुछ हिस्सों में चल रहे कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान आवारा पशुओं को खिलाने के लिए किया जाएगा।
देश के कई हिस्सों की तरह, ओडिशा ने भी कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए उपाय किए हैं। इस तरह के प्रतिबंध पांच महानगरीय निगमों, 48 नगर पालिकाओं और 61 अधिसूचित क्षेत्र परिषदों (एनएसी) में लागू किए जा रहे हैं।
ओडिशा के लोक निर्माण विभाग के एक ट्वीट में कहा, ‘‘आवारा कुत्तों और मवेशियों को तालाबंदी के कारण भोजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है।’’
ओडिशा सरकार ने उन स्थानों पर ध्यान देने के बाद व्यवस्था बनाने का फैसला किया, जहां उन जगहों पर लाॅकडाउन लगा हुआ है, जहां आवारा जानवरों को रखा जा सकेगा। यह अब स्वयंसेवकों और स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से किया जाएगा।
सीएम नवीन पटनायक द्वारा स्वीकृत राशि भुवनेश्वर, कटक, संबलपुर, राउरकेला और ब्रह्मपुर महानगर निगमों को इस उद्देश्य के लिए प्रति दिन 20,000 रुपये खर्च करने की अनुमति देगा। इसी तरह, नगरपालिकाओं को प्रतिदिन 5,000 रुपये और एनएसी को 2,000 रुपये प्रति दिन आवारा पशुओं को खिलाने की अनुमति दी गई है।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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