जोनाई: धेमाजी जिले के जोनाई महकमा के सेव पोबा रेन फोरेस्ट एनजीओ के तत्वावधान में और वन्य प्राणी सूरक्षा समिति तथा जोनाई के वाइल्ड लाइफ टीम के सहयोग से लाली-सियांग नदी के किनारे स्थित पोबा संरक्षित वनांचल में रविवार को जंगल ट्रेकिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पर्यावरण संरक्षणकारी एनजीओ के करीब 45 सदस्य वन विभाग के तीनमाइल बीट में उपस्थित हुए।
इसके बाद वन कर्मियों के अगुवाई में 45 सदस्यों के दल ने पोबा संरक्षित वनांचल के बीचों-बीच ट्रेकिंग करते हुए पांच माइल ,सात माइल होकर पोबामुख पहूंचे। सेव पोबा रेन फोरेस्ट एनजीओ और वन्य प्राणी सूरक्षा समिति और जोनाई के वाइल्ड लाइफ टीम के अगुवाई में ट्रेकिंग में हिस्सा लेने वाले दल ने पोबा संरक्षित वनांचल को उपयुक्त सुरक्षा प्रदान करना , पोबा संरक्षित वनांचल को अतिशीघ्र राष्ट्रीय अभ्यारण्य की घोषणा करने के लिए जनमत गठन करने , वर्षारण्य पोबा वनांचल और सियांग नदी में विचरण करने वाली चिड़ियों का संरक्षण , पोबा संरक्षित वनांचल को पर्यटन विकास स्थल स्थापना करना और पोबा संरक्षित वनांचल को लाली-सियांग नदी के व्यापक भू-कटाव की स्थाई सामाधान आदि सहित कई मांगों के समर्थन में एक दिवसीय ट्रेकिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जंगल ट्रेकिंग कार्यक्रम में पोबा रेन फोरेस्ट एनजीओ के सलाहकार तुखेश्वर मिरी अग्रवाला , राजीव पेगु ,अध्यक्ष रोयल पेगु , सचिव भास्कर ज्योति तायेंग , सदस्य -खगीराम पेगु , स्वप्न रंजन मंयगिंया ,जंयत ताये , मनोज कुमार प्रजापति , सूरज कुमार पाण्डेय ,बुद्धि नाथ रेगन , अन्न मोयंग , गणेश्वर कुली , भृगु येन , राजीव मोरांग , संजीव देवराय , पोबा वन्य प्राणी सुरक्षा समिति के अध्यक्ष पिंकु नाटे , सचिव मेदिनी दलै , टीम वाइल्ड लाइफ एनजीओ के अध्यक्ष राजकुमार कुम्बांग , सचिव मिगम पांकु , सदस्य फ्रांक दलै और विकास कामान सहित कुल 45 सदस्यों का प्रकृतिकर्मियों ने एक आलोचना चक्र का आयोजन किया । जिसमें पुर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनवाल के द्वारा पोबा संरक्षित वनांचल को शीघ्र ही राष्ट्रीय अभ्यारण्य घोषणा करने के कार्य को स्वीकृति प्रदान करने की मांग की गई है।