नार्थ-ईस्ट

जोनाई में चरक पूजा शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न

परंपरा अनुसार इस अवसर को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा ढाक बजाते हुए बाजारों में भिक्षाटन करते हुए देखे जा रहा था । आयोजन समिति के सदस्य कोई शिव -पार्वती तो कोई देवी काली का रूप धारण कर भिक्षाटन किया। इसके अलावा अन्य देवी-देवताओं के रूप भी धारण किए हुए इन्हें देखा गया। चरक यानी भगवान शिव की पूजा की गई तथा शिव- माता पार्वती: और काली जी का जयकारा लगाया गया ।

जोनाई: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी धेमाजी जिले के जोनाई महकमा के मुरकंग सेलेक रेलवे स्टेशन के समीप शिव मंदिर के प्रांगण में वृहस्पतिवार को चरक पूजा का आयोजन किया गया। जिसमें बंगाली सम्प्रदाय के लोगों ने चरक पूजा को लेकर करीब एक माह से इसकी तैयारी में जुटे हुए थे।

परंपरा अनुसार इस अवसर को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा ढाक बजाते हुए बाजारों में भिक्षाटन करते हुए देखे जा रहा था । आयोजन समिति के सदस्य कोई शिव -पार्वती तो कोई देवी काली का रूप धारण कर भिक्षाटन किया। इसके अलावा अन्य देवी-देवताओं के रूप भी धारण किए हुए इन्हें देखा गया। चरक यानी भगवान शिव की पूजा की गई तथा शिव- माता पार्वती: और काली जी का जयकारा लगाया गया ।

उल्लेखनीय है कि चरक पूजा के साधकों को अपने पीठ पर नुकिले कील पीठ में लगाकर घूमते हुए देखा गया ।वही कोई धारदार हथियार दाव पर पेट के बल तो कोई खड़ा होकर आराम से घुमाया ।

इस त्योहार को इसलिए मनाया जाता है ताकि पिछले साल के दुखों को खत्म किया जा सके और आने वाले दिनों में खुशहाली आ सके।