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दूसरी तिमाही में क्या है GDP की रफ्तार?

दूसरी तिमाही में धीमी रही अर्थव्यवस्था की विकास दर, जुलाई-सितंबर तिमाही में 6.3 फीसदी रही GDP

नई दिल्ली: आर्थिक मंदी की आशंका और बढ़ती महंगाई के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के ताजा आंकड़े आ गए हैं। वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही यानि जुलाई से सितंबर के बीच अर्थव्यवस्था की विकास दर 6.3 फीसदी रही है। जो पहली तिमाही में 13.5 फीसदी रही थी। ये ताजा आंकड़े RBI के अनुमान के मुताबिक आए हैं। RBI ने दूसरी तिमाही में 6.1 से 6.3 फीसदी के बीच GDP रहने का अनुमान जताया था।

बता दें कि दुनिया की अर्थव्यवस्था इस वक्त कई तरह की चुनौतियों से जूझ रही है। मंदी और महंगाई की समस्या बरकरार है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से दुनियाभर में आर्थिक तौर पर इसका असर पड़ा है।अमेरिका में महंगाई को काबू में करने के लिए लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला लिया जा रहा है।

हालांकि भारत को महंगाई के मोर्चे पर थोड़ी राहत जरूर मिली है। खुदरा मुद्रास्फीति पिछले 3 महीने के निचले स्तर 6.7 फीसदी पर आ गई है। जबकि थोक मुद्रास्फीति पिछले महीने 19 महीने के निचले स्तर 8.39 फीसदी पर थी।

पिछले वित्त वर्ष की बात करें तो वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में देश की GDP 8.4 फीसदी रही थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े जारी करते हुए कहा गया कि वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में जीडीपी 38.17 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 35.73 लाख करोड़ रुपये पर रही थी।