नई दिल्ली: जस्टिस यूयू ललित (U.U. Lalit ) ने देश के 49 वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली है। राष्ट्रपति भवन में उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस उदय उमेश ललित ने जस्टिस एनवी रमना (NV Ramana) की जगह ली है, जो 26 अगस्त को मुख्य न्यायाधीश के रूप में रिटायर हुए हैं।
समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankar) के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के जज मौजूद रहे. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के पद पर आसीन होने वाले 49वें व्यक्ति जस्टिस ललित का का कार्यकाल 8 नवंबर तक होगा।
सीधे बार से सुप्रीम कोर्ट में जज बनने वाले जस्टिस ललित 16 जज हैं। वहीं देश के सीजेआई के पद तक पहुंचने वाले दूसरे वकील हैं।
नए चीफ जस्टिस यू यू ललित ने संविधान पीठ के सामने वर्षों से लंबित मामलों के निपटारे को अपनी प्राथमिकताओं में से एक बताया है। यही वजह है कि 29 अगस्त से संविधान पीठ बैठने जा रही है, जो एक-एक कर 25 अहम मामलों की सुनवाई करेगी।
9 नवंबर 1957 में जन्म लेने वाले उदय उमेश ललित 13 अगस्त 2014 को सुप्रीम कोर्ट जज नियुक्त हुए थे। उससे पहले वह देश के सबसे बड़े वकीलों में गिने जाते थे। उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने 2जी घोटाला मामले में विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया था। उनके पिता यू. आर. ललित बॉम्बे हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज रह चुके हैं। यू. आर. ललित भी देश के सबसे बड़े वकीलों में गिने जाते हैं। जस्टिस ललित के दादा रंगनाथ ललित भी महाराष्ट्र के सोलापुर ज़िले के नामी वकीलों में से एक थे।