नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर प्रशासन ने आतंकी गतिविधियों में शामिल चार सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की है, जिसमें बिट्टा कराटे की पत्नी भी शामिल है। बिट्टा कराटे की पत्नी और कश्मीर विश्वविद्यालय में एक वैज्ञानिक समेत चार सरकारी कर्मचारियों को आतंकी संबंधों के लिए सेवा से बर्खास्त किया गया। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने आर्टिकल 311 का हवाला देते हुए तुरंत प्रभाव से नौकरी से हटाया है।
इसमें सबसे प्रमुख नाम असबाह आरजूमंद खान हैं, जोकि बिट्टा कराटे की पत्नी हैं। असबाह आरजूमंद खान 2011 बैच के JKAS अधिकारी थीं। आरोप है कि बिट्टा कराटे की पत्नी का आतंकवादियों से सीधे कनेक्शन था।
जेकेईडीआई में प्रबंधक के रूप में कार्यरत अब्दुल मुईद को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। अब्दुल मुईद, प्रतिबंधित संगठन हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन का बेटा है।आरोप है कि वो आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।
कश्मीर विश्वविद्यालय में वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर माजिद हुसैन कादरी और सईद मुहीत भट जोकि कश्मीर विश्वविद्यालय वैज्ञानिक हैं। कश्मीर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और वैज्ञानिक पर आरोप है कि अलगाववादी गतिविधियों में शामिल थे।
सभी चार कर्मचारियों को संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत सेवा से बर्खास्त किया गया है, जो सरकार को अपने कर्मचारियों को बिना किसी जांच के बर्खास्त करने में सक्षम बनाता है।
बता दें कि संदिग्ध आतंकी बिट्टा कराटे पर कश्मीरी पंडितों की हत्या कराने का आरोप है।मनिंदर सिंह बिट्टा को साल 2019 में एनआईए ने आतंकी फंडिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया था, वो अभी न्यायिक हिरासत में है।