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सुप्रीम कोर्ट के ‘जमादार’ अब ‘सुपरवाइजर’ कहे जाएंगे

कुछ पदों के नाम औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाते हैं: चीफ जस्टिस

नई दिल्ली: देश के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने कुछ पदों का नामकरण बदलने का फैसला करते हुए बुधवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट में ‘जमादार’ कहे जाने वाले सफाई कर्मचारी को अब ‘सुपरवाइजर’ के रूप में संबोधित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ पदों के नामकरण औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाते हैं जिनका आधुनिक समाज में कोई स्थान नही है।

सुप्रीम कोर्ट खेल, सांस्कृतिक और अन्य कार्यक्रम-2023 का उद्घाटन करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने कहा इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य कर्मचारियों के लिए समग्र जीवन शैली को प्रोत्साहित करना और उनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। इस आयोजन में अदालत के 970 कर्मचारी हिस्सा लेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने एक बयान में कहा कि इस आयोजन में 12 खेल और नौ सांस्कृतिक आयोजन होंगे।

जस्टिस चंद्रचूड़ ने कर्मचारियों के लिए बनाई जा रहीं कुछ कल्याणकारी योजनाओं का भी उल्लेख किया जिनमें बड़े व बेहतर क्रैच, प्रशिक्षण केंद्र, कर्मचारियों के लिए पुस्तकालय इत्यादि शामिल हैं। उन्होंने खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए महिला कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अपने पुरुष सहकर्मियों से किसी मायने में कम नहीं हैं। प्रधान न्यायाधीश ने चुनिंदा कर्मचारियों को ट्रैक सूट भी वितरित किए, जिनमें दिव्यांग कर्मचारी शामिल हैं।