Ratan Tata News: उद्योग जगत के दिग्गज रतन टाटा का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम को अंतिम संस्कार के लिए वर्ली स्थित पारसी श्मशान घाट पर लाया गया। मुंबई पुलिस ने रतन टाटा को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके अलावा, उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर राजकीय सम्मान के साथ लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल मध्य मुंबई स्थित श्मशान घाट पर मौजूद थे।
#WATCH | Mumbai, Maharashtra: Mortal remains of veteran industrialist Ratan Tata brought to Worli crematorium for his last rites, which will be carried out with full state honour. pic.twitter.com/8lB2F2AmFH
— ANI (@ANI) October 10, 2024
सुबह, रतन टाटा के पार्थिव शरीर को दक्षिण मुंबई स्थित राष्ट्रीय प्रदर्शन कला केंद्र (NCPA) में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए सुबह 10.30 बजे से दोपहर 3.55 बजे तक रखा गया। इसके बाद उन्हें अंतिम संस्कार के लिए श्मशान ले जाया गया। उद्योग जगत के दिग्गज को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए एनसीपीए लॉन में बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे।
टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया।
पीएम मोदी ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताया
इससे पहले बुधवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर रतन टाटा के निधन पर शोक जताया।
Shri Ratan Tata Ji was a visionary business leader, a compassionate soul and an extraordinary human being. He provided stable leadership to one of India’s oldest and most prestigious business houses. At the same time, his contribution went far beyond the boardroom. He endeared… pic.twitter.com/p5NPcpBbBD
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2024
उन्होंने लिखा, “श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, दयालु आत्मा और असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया। अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए अटूट प्रतिबद्धता के कारण वे कई लोगों के प्रिय थे।”
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘श्री रतन टाटा जी के सबसे अनोखे पहलुओं में से एक था बड़े सपने देखने और दूसरों की मदद करने का उनका जुनून। वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता और पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे।’’
टाटा के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मेरा मन श्री रतन टाटा जी के साथ अनगिनत बातचीत से भरा हुआ है। जब मैं सीएम था, तब मैं अक्सर गुजरात में उनसे मिलता था। हम विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करते थे। मुझे उनके दृष्टिकोण बहुत समृद्ध करने वाले लगे। जब मैं दिल्ली आया, तब भी ये बातचीत जारी रही। उनके निधन से बेहद दुखी हूं।’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और उनके चाहने वालों के साथ हैं। ओम शांति।’’
राज्य ने शोक की घोषणा की
महाराष्ट्र और झारखंड सरकारों ने रतन टाटा के निधन पर एक दिन का शोक घोषित किया है, जबकि गुजरात सरकार ने गुरुवार को एक दिन का शोक घोषित किया है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और गुरुवार को कोई भी सरकारी सांस्कृतिक या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
28 दिसंबर 1937 को मुंबई में जन्मे रतन टाटा रतन टाटा ट्रस्ट और दोराबजी टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष थे। वे 1991 से 2012 में अपनी सेवानिवृत्ति तक टाटा संस के अध्यक्ष भी रहे। बाद में, उन्हें टाटा संस का मानद अध्यक्ष नियुक्त किया गया और 2008 में देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)