नई दिल्ली: कांग्रेस का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा। पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर अब पांच वरिष्ठ सांसदों ने चिंता जताई है। उन्होंने पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (सीईए) के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से आग्रह किया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के निर्वाचक मंडल की सूची वोटिंग में हिस्सा लेने वालों और संभावित उम्मीदवारों को प्रदान की जाए।
पार्टी सांसद शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बारदोलोई और अब्दुल खालिक ने मिस्त्री को पत्र लिखकर यह आग्रह किया है। यह पत्र कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से एक दिन पहले 6 सितंबर को लिखा गया था। इन सांसदों ने पहले यह सूची सार्वजनिक करने का आग्रह किया था, जिससे मिस्त्री ने साफ इनकार कर दिया था। अब इन सांसदों ने अपने पत्र में कहा है कि उनके कहने का यह मतलब कतई नहीं है कि पार्टी के किसी आंतरिक दस्तावेज को ऐसे ढंग से जारी किया जाए कि इसका किसी भी तरीके से दुरुपयोग हो।
सांसदों ने पत्र में कहा है कि हमारी राय है कि अध्यक्ष के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्वाचक मंडल की सूची मतदान में हिस्सा लेने वाले मतदाताओं और संभावित उम्मीदवारों को प्रदान की जाए।
गौरतलब है कि पिछले महीने पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने 28 अगस्त को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए निर्वाचन सूची तैयार किए जाने की प्रक्रिया के बारे में जानना चाहा था। हालांकि, बाद में पार्टी ने कहा था कि इस बैठक में किसी नेता ने कोई सवाल खड़ा नहीं किया।
निर्वाचक मंडल की सूची सार्वजनिक किए जाने की मांग को खारिज करते हुए मिस्त्री ने कहा था कि पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़ी पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और कांग्रेस के संविधान के मुताबिक है तथा निर्वाचक मंडल (डेलीगेट) की सूची को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, लेकिन जो अध्यक्ष पद का चुनाव लडना चाहे, उसे यह उपलब्ध करा दी जाएगी।