नई दिल्ली: नेपाल में चीन समर्थक और भारत विरोधी पुष्प कमल दहल प्रचंड नए प्रधानमंत्री बने हैं। इसी के साथ चुनाव परिणाम आने के बाद महीनों से जारी सत्ता का गतिरोध खत्म हो गया। एक बड़े सियासी उलटफेर में नेपाली कांग्रेस को सत्ता से बाहर होना पड़ा।
डेढ़ साल बाद नेपाल में केपी ओली की पार्टी ने फिर से वापसी की है। ओली प्रचंड की गठबंधन सरकार में किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे। नेपाल में नई सरकार बनने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रचंड को बधाई दी है। प्रचंड को बधाई संदेश चीन की ओर से भी भेजा गया है।
नेपाल के नए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड का भारत के साथ हमेशा थोड़ा खट्टा, थोड़ा मीठा रिश्ता रहा है। इससे पहले भी प्रचंड दो बार नेपाल की सियासी कमान संभाल चुके हैं। उस दौरान उनका चीन से प्रेम किसी से नहीं छुपा था।
इसके अलावा पिछले कार्यकाल के दौरान प्रचंड ने भारत को लेकर कई ऐसे बयान भी दिए, जो चुभने वाले थे। जब साल 2009 में प्रचंड के हाथों से सत्ता चली गई थी तो उसके पीछे भी उन्होंने भारत का हाथ बताया था। प्रचंड चीन के पूर्व प्रमुख माओत्से को अपना आइडल मानते हैं।