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राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति ने गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दीं

नई दिल्लीः राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, “गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर, मैं भारत और विदेश में रहने वाले सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। ज्ञान, समृद्धि, अच्छे भविष्य के प्रतीक भगवान गणेश के […]

नई दिल्लीः राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, “गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर, मैं भारत और विदेश में रहने वाले सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।

ज्ञान, समृद्धि, अच्छे भविष्य के प्रतीक भगवान गणेश के जन्म के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले इस त्योहार में भरपूर उत्साह व उल्लास देखने को मिलता है। इस साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर, आइए हम सब मिलकर विघ्नहर्ता भगवान गणेश से प्रार्थना करें कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ किए जा रहे हमारे प्रयासों को सफल बनाएं और हम सभी को सुख-शांति प्रदान करें।

आइए हम कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हुए उत्साह और सद्भाव के वातावरण में इस त्योहार को मनाते हैं।”

उपराष्ट्रपति ने गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने एक संदेश में गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर लोगों को शुभकामनाएं दी है। “मैं 'गणेश चतुर्थी' के पावन अवसर पर देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।

गणेश चतुर्थी भगवान गणेश, जो बुद्धिमत्ता, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक के रूप में पूजे जाते हैं, के जन्म का प्रतीक है। भारत में हमारे मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान गणेश के नाम का आह्वान करना एक आम परम्परा है।

प्रत्येक वर्ष लोग भगवान गणेश की भव्य मूर्तियों को अपने घरों में लाते हैं और अत्यंत भक्ति भाव और पवित्रता के साथ उनकी पूजा करते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान भक्ति, विशाल जनसभाएं, शोभा यात्राएं देखने को मिलती हैं और इस पर्व का अंत 10वें दिन मूर्तियों के विसर्जन के साथ होता है। गणेश चतुर्थी जन्म, जीवन और मृत्यु के चक्र का भी प्रतीक है। यह मान्यता है कि विसर्जन भगवान गणेश के कैलाश वापस लौटने का प्रतीक है।

यद्यपि, यह त्योहार सामान्यत: अत्यधिक परम्परागत उत्साह के साथ देशभर में मनाया जाता है, परंतु विश्वव्यापी महामारी के आलोक में इसे इस वर्ष सचेत रहकर कोविड – अनुकूल व्यवहार के सख्त अनुपालन के साथ छोटे स्तर पर मनाए जाने की आवश्यकता है। मैं कामना करता हूं कि यह त्योहार देश में शांति, सौहार्द और समृद्धि लाए।”

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