नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी सांसदों से ष्खुले दिमागष् के साथ चर्चा करके संसद के बजट सत्र को फलदायी बनाने का आग्रह किया और यह सुनिश्चित किया कि मौजूदा विधानसभा चुनाव सत्र को प्रभावित न करें, जो बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पूरे साल का एक खाका तैयार करता है ।
सत्र की शुरुआत से ठीक पहले मीडिया को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि यह सच है कि बार-बार चुनाव होने के कारण, सत्र और चर्चाएं प्रभावित होती हैं, लेकिन चुनाव का अपना स्थान होता है और होता रहेगा, और आशा व्यक्त की कि विचारशील, मानवीय संवेदनाओं से भरपूर और अच्छे इरादे से की गईं चर्चाओं पर सब ध्यान देंगे।
प्रधान मंत्री ने कहा, ‘‘आज की वैश्विक स्थिति में देश के लिए कई अवसर हैं क्योंकि देश की आर्थिक प्रगति, कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण कार्यक्रम और भारत निर्मित टीकों ने दुनिया भर में इसके लिए विश्वास बनाया है।’’ ‘खुले दिमाग’ के साथ बहस के लिए मोदी की अपील ऐसे समय में आई है जब सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है और विपक्षी दल पेगासस विवाद जैसे मुद्दों को उठाने के लिए तैयार हैं।
मोदी ने कहा कि इस बजट सत्र में भी सांसदों की ष्खुली सोचष् वैश्विक प्रभाव डालने का एक महत्वपूर्ण अवसर बन सकती है।
पीएम ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि सभी सांसद और सभी राजनीतिक दल खुले दिमाग से गुणवत्तापूर्ण चर्चा करके देश को प्रगति के पथ पर ले जाने और इसे गति देने में निश्चित रूप से मदद करेंगे।’’
मोदी ने कहा, ‘‘मैं संसद के सभी सदस्यों से आग्रह करता हूं कि चुनावों का अपना स्थान होता है और होता रहेगा… यह बजट सत्र एक तरह से पूरे एक साल का खाका खींचता है और इसलिए, यह बहुत महत्वपूर्ण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूरी प्रतिबद्धता के साथ हम इस सत्र को जितना फलदायी बनाएंगे, आने वाले वर्ष में देश को नई आर्थिक ऊंचाइयों पर ले जाने का एक बड़ा अवसर होगा।’’
बजट सत्र 10 फरवरी से 7 मार्च तक पांच राज्यों – उत्तर प्रदेश, पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले है। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)