नई दिल्लीः पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे गतिरोध से हजारों किलोमीटर दूर सिक्किम के नाकू ला में इस बार भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प होने की खबरें हैं। सूचना के मुताबिक, यह झड़प पिछले सप्ताह तीन दिन पहले हुई थी जब पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने भारतीय सीमा के अंदर घुसने का प्रयास किया था।
सूत्रों ने बताया कि पिछले सप्ताह नॉर्थ सिक्किम के ना कूला में भारतीय सेना के जवानों ने पीएलए की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। हालांकि, इस दौरान दोनों में झड़प हुई। बताया जा रहा है कि इस झड़प में चीन के करीब 20 सैनिक घायल हो गए हैं। वहीं, भारतीय सेना के भी चार जवान घायल हुए हैं। सूत्रों ने कहा कि झड़प के दौरान किसी तरह के गोली-बारूद का इस्तेमाल नहीं किया गया। स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले अप्रैल/मई में पूर्वी लद्दाख के कई स्थानों पर गतिरोध शुरू होने से पहले नाकू ला में झड़प हुई थी।
भारत और चीन के बीच नौवें दौर की सैन्य वार्ता के कुछ ही दिन पहले यह झड़प हुई थी, वार्ता रविवार को हुई थी। मैराथन कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता लगभग 16 घंटे चली और पूर्वी लद्दाख में सभी घर्षण बिंदुओं से सैनिकों के विस्थापन पर ध्यान केंद्रित किया गया। बताया गया कि लगभग 10.30 बजे शुरू हुई वार्ता देर रात 2.30 बजे समाप्त हुई। सूत्रों ने कहा कि भारत ने चीन को वार्ता के दौरान बताया कि यह लद्दाख में एलएसी के साथ टकराव वाली जगहों पर विघटन और डी-एस्केलेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए बीजिंग का प्रयास था। इस दौरन भारत ने दो टूक में कहा कि चीन को मई से पहले वाली यथास्थिति पर आना ही होगा।
उल्लेखनीय है कि जारी सीमा गतिरोध के बीच लगभग 1,00,000 भारतीय और चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में तैनात हैं। बता दें कि पिछले साल जून में, गलवान घाटी में दोनों पक्षों के सैनिक भिड़ गए थे, जिसमें 20 भारतीय सैनिक और पीएलए के कई सैनिक इस झड़प में मारे गए थे। लगभग पांच दशकों में भारत और चीन के बीच सीमा पर झड़प की यह पहली घटना थी।
(with agency input)
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