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WBSSC Scam: पार्थ-अर्पिता को जान का खतरा, सुनवाई होगी वर्चुअल

शिक्षक भर्ती घोटाला और 55 करोड़ रुपये से ज्यादा नकदी और सोना बरामदगी में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की जान को खतरा बताकर, सुरक्षा कारणों से जेल अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से उपस्थिति का कोर्ट से आवेदन किया गया था जिस अपील को कोर्ट ने मंजूर कर लिया है।

नई दिल्ली: ईडी की स्पेशल कोर्ट ने करोड़ों के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले (WBSSC Scam) में आरोपी पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) को व्यक्तिगत रूप से पेश होने से छूट की इजाजत देदी है। अब दोनों को 31 अगस्त को होने वाली अगली सुनवाई में वर्चुअली पेश होने के लिए कहा गया है।

दरअसल शिक्षक भर्ती घोटाला और 55 करोड़ रुपये से ज्यादा नकदी और सोना बरामदगी में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की जान को खतरा बताकर, सुरक्षा कारणों से जेल अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से उपस्थिति का कोर्ट से आवेदन किया गया था जिस अपील को कोर्ट ने मंजूर कर लिया है।

31 अगस्त पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की 14 दिन की जेल की अवधि समाप्त हो रही है. इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश होना था। अलीपुर महिला केंद्रीय महिला जेल और प्रेसीडेंसी जेल अधिकारियों द्वारा विशेष आवेदन किया गया था. इसमें कहा गया था कि सुरक्षा कारणों से पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को वर्चुअली कोर्ट में पेश किया जाए।

बता दें कि पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी फिलहाल प्रेसिडेंसी जेल में और अर्पिता मुखर्जी अलीपुर केंद्रीय महिला जेल में हैं। 31 अगस्त को फिर दोनों को कोर्ट में पेश किया जाना था, लेकिन अब दोनों की पेशी वर्चुअली होगी।

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के करीबी मंत्री पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को ईडी ने गिरफ्तार किया था। ये गिरफ्तारी 26 घंटे की पूछताछ के बाद हुई। पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के आवास पर भी ईडी ने छापा मारा था। छापेमारी ईडी को अर्पिता के घर से करोड़ों रुपये कैश, ज्वेलरी और कुछ अहम कागजात मिले थे। पुछताछ के बाद अर्पिता को हिरासत में लिया गया था।