नई दिल्ली: भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है, क्योंकि उसने 2019 में द्विपक्षीय आर्थिक संबंध को निलंबित किया था। घटनाक्रम से अवगत लोगों ने बृहस्पतिवार को यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ से निपटने में मदद करने के लिए उसे सहायता भेजने का कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि भारत अपने क्षेत्र के जरिये पड़ोसी देश को सहायता भेजने के बारे में अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों के अनुरोध पर विचार कर सकता है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने इस हफ्ते कहा था कि इस्लामाबाद बाढ़ के कारण खाद्य वस्तुओं की कमी पड़ने की समस्या से निपटने के लिए भारत से इनके आयात पर विचार कर सकता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘पाकिस्तान में आई बाढ़ के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्राकृतिक आपदा से हुई तबाही पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने पाकिस्तान को मानवीय सहायता दिये जाने के बारे में पूछे गये एक सवाल का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की।
बागची ने कहा, ‘‘ मोदी ने मृतकों के परिजनों, घायलों और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए लोगों के प्रति अपनी संवेदना जताई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक व्यापार की बात है, हमने इस विषय पर पाकिस्तान से आये कई बयान देखे हैं। इस वक्त, उन बयानों पर कहने के लिए मेरे पास और कुछ नहीं है।
बता दें कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के नयी दिल्ली के फैसले के खिलाफ 2019 में पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार संबंध निलंबित कर दिए थे।