नई दिल्ली: "आजादी का अमृत महोत्सव" के उपलक्ष्य में ओएनजीसी ने राजमुंदरी के गोदावरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (जीआईईटी) के छात्रों के लिए टाटीपका में अपनी मिनी रिफाइनरी और केसनपल्ली में गैस संग्रह स्टेशन के लिए एक अध्ययन यात्रा का आयोजन किया। यात्राएं पांच से नौ अक्टूबर 2021 के दौरान लगभग 25 छात्रों के पांच समूहों में आयोजित की गईं। इन यात्राओं का उद्देश्य छात्रों को ओएनजीसी के विभिन्न तेल-क्षेत्र संचालन की जानकारी प्रदान करना था, ताकि नवोदित इंजीनियरों के बीच राष्ट्र निर्माण के प्रयासों के लिए एक जुनून पैदा किया जा सके।
ओएनजीसी के वरिष्ठ इंजीनियरों ने छात्रों को उत्पादन प्रतिष्ठान के कामकाज के बारे में बताया, जहां कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और पानी को कुओं से प्राप्त किया जाता है तथा अलग किया जाता है और उनका उपचार होता है। विद्यार्थियों को समझाया गया कि किस प्रकार उपचार के बाद तेल एवं गैस क्रमशः टाटीपका रिफाइनरी और गेल को भेजे जाते हैं। तेल उद्योग की तकनीकी बारीकियों से इंजीनियरिंग छात्रों में उत्सुकता पैदा हुई।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) के तत्वावधान में, ओएनजीसी सितंबर 2021 से जनवरी 2022 के दौरान 'आजादी का अमृत महोत्सव' (एकेएएम) के तहत 25 समूहों की अध्ययन यात्राओं का आयोजन कर रही है, जिसमें प्रत्येक समूह में लगभग 100 छात्र शामिल होंगे। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत, ओएनजीसी देश के स्वदेशी हस्तशिल्प क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न परियोजनाओं को शुरू करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे तेल उपक्रमों के साथ भी सहयोग कर रहा है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन आने वाले केंद्र के सार्वजनिक उद्यम 15 अगस्त 2022 तक देश भर में 75 विभिन्न हस्तशिल्प परियोजनाएं शुरू करेंगे। इनमें से, ओएनजीसी अग्रणी भूमिका निभा रही है और 15 परियोजनाओं में मदद दे रही है।
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