राष्ट्रीय

Delhi-NCR में प्रदूषण रोकने के लिए नई गाइडलाइन जारी

राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने रविवार को जीआरएपी की तर्ज पर निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर रोक लगा दी।

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। दिवाली के बाद से राजधानी की हवा जहरीली होती जा रही है। जिस कारण लोगों का सांस लेना मुहाल हो गया है। दिल्ली की दमघोटू हवा को देखते हुए दिल्ली सरकार ने रविवार को GARP की तर्ज पर निर्माण और तोड़-फोड़ पर रोक लगा दी।

दरअसल, NCR और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग यानि CQM के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानि GRAP के तहत कार्रवाई करने के लिए उप-समिति ने बिगड़ती वायु गुणवत्ता को लेकर शनिवार को एक इमरजेंसी मीटिंग की थी, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की GRAP – ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता के चरण 3 के तहत सभी कार्यो की सिफारिश की थी।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि शहर के बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली में निर्माण और विध्वंस गतिविधि प्रतिबंधित है। निर्माण-तोड़फोड़ प्रतिबंध की निगरानी के लिए 586 टीमों का गठन किया गया है।प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए पानी का छिड़काव तेज कर दिया गया है।

इसके साथ ही उन्होने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए 521 वाटर स्प्रिंकलर, 233 एंटी-स्मॉग गन और 150 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात किए गए हैं। राय ने आश्वासन दिया कि CQM के निर्देशों के अनुसार GARP के प्रतिबंधों के तीसरे चरण को दिल्ली में लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा, “CQM सिस्टम ने पहले घोषणा की थी कि इस सर्दी के मौसम में GARP सिस्टम उस समय के एयर क्वालिटी इंडेक्स के आधार पर तीन दिन पहले सेट किया जाएगा। अभी हमें विशेषज्ञों से जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक, 1 नवंबर के बाद हवा की गति 4-8 किमी प्रति घंटे के दायरे में रहने की संभावना है, और उत्तर पश्चिम की ओर मुड़ने की संभावना है और इसके आधार पर हमें बताया गया है कि AQI का स्तर 400 को पार करने की संभावना है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, “दिल्ली में हमने सभी हितधारकों के साथ बैठक की, विशेष रूप से जो निर्माण व्यवसाय में लगे हुए हैं- PWD, CPWD, MCD, DDA, रेलवे और निर्माण स्थलों में काम करने वाली सभी एजेंसियों को निर्माण और तोड़फोड़ कार्य पर रोक की जानकारी दी।